पाठ “जैसे को तैसा” JKBOSE के कक्षा 5 (Class 5th of JKBOSE) के छात्रों की पाठ्य-पुस्तक भाषा प्रवाह भाग 5 हिंदी का चौदहवां अध्याय है। यह पोस्ट Jaise Ko Taisa Class 5 Hindi Question Answers के बारे में है। इस पोस्ट में आप पाठ “जैसे को तैसा” के शब्दार्थ, सरलार्थ और उससे जुड़े कुछ प्रश्न उत्तर पढ़ेंगे। पिछली पोस्ट में, आपने Chanoti Himalaya Ki Class 5 Hindi Question Answers के बारे में पढ़ा। आइए शुरू करें:
Jaise Ko Taisa Class 5 Hindi Question Answers
Jaise Ko Taisa Class 5 Word Meanings
शब्द | अर्थ |
---|---|
यापन | व्यतीत करना, बिताना |
अर्जित | कमाया हुआ, प्राप्त करना, |
संपत्ति | धन |
एक मन | चालीस किलोग्राम |
धरोहर | अमानत, पूर्वजों से प्राप्त विरासत |
धैर्य | धीरज |
विनम्रता | शिष्टता, शालीनता |
शिला | चट्टान |
विवाद | झगड़ा |
कथा | कहानी |
Jaise Ko Taisa Class 5 Hindi Explanation
चतुर व्यापारी और न्याय की सीख
सीतापुरी गांव में एक व्यापारी जीर्णधन रहता था, जिसका व्यापार ठीक से नहीं चल रहा था। धन कमाने के लिए उसने विदेश जाने का निश्चय किया। चूंकि उसके पास अधिक धन या बहुमूल्य वस्तुएं नहीं थीं, उसने अपनी एकमात्र मूल्यवान वस्तु—एक लोहे का तराजू—साहूकार के पास धरोहर के रूप में रख दिया और बदले में कुछ पैसे ले लिए। जाते समय उसने साहूकार से वादा किया कि लौटकर वह उधार चुका देगा और अपना तराजू वापस ले लेगा।
दो साल बाद जब जीर्णधन विदेश से लौटा, तो उसने साहूकार से अपना तराजू मांगा। साहूकार ने झूठ बोलते हुए कहा कि चूहों ने उसका तराजू खा लिया है। यह सुनकर जीर्णधन समझ गया कि साहूकार बेईमानी कर रहा है, लेकिन उसने चतुराई से कोई झगड़ा किए बिना कहा कि इसमें साहूकार की कोई गलती नहीं, गलती तो चूहों की है।
इसके बाद, जीर्णधन ने साहूकार से अनुरोध किया कि वह अपने बेटे धनदेव को उसके साथ नदी में नहाने के लिए भेज दे। साहूकार को जीर्णधन की सज्जनता पर भरोसा था, इसलिए उसने सहर्ष अपने बेटे को उसके साथ भेज दिया। जीर्णधन धनदेव को एक गुफा में ले गया और उसे वहां बंद कर दिया। फिर वह अकेला साहूकार के घर लौटा।
जब साहूकार ने अपने बेटे के बारे में पूछा, तो जीर्णधन ने उत्तर दिया कि उसे एक चील उठाकर ले गई। यह सुनकर साहूकार क्रोधित हो गया और बोला कि यह असंभव है—चील इतने बड़े बच्चे को कैसे उठा सकती है? जीर्णधन ने मुस्कुराते हुए उत्तर दिया, “अगर चूहे लोहे का तराजू खा सकते हैं, तो चील भी बच्चे को उठा सकती है!”
यह विवाद बढ़कर राजा के दरबार तक पहुंच गया। न्यायाधीश ने जब दोनों पक्षों की बातें सुनीं, तो जीर्णधन ने तराजू की सच्चाई उजागर की। यह सुनकर साहूकार शर्मिंदा हो गया और उसने तुरंत तराजू लौटाने का निर्णय लिया। बदले में, जीर्णधन ने भी साहूकार का बेटा उसे लौटा दिया।
कहानी से सीख:
जो जैसा व्यवहार करता है, उसके साथ वैसा ही व्यवहार करना चाहिए, ताकि उसे अपनी गलती का एहसास हो सके।
अभ्यास
श्रुतलेख
प्राचीन, बनिया, किलोग्राम, प्रभावित, पश्चात्, आरोप, धर्माधिकारी, न्याय, विनम्रता।
पाठ को समझें
प्रश्न 1. सही विकल्प का चयन करें।
(क) बनिये ने अपना तराजू किसके पास रखा?
- न्याय अधिकारी के पास
- राजा के पास
- महाजन के पास
- धर्माधिकारी के पास
उत्तर- 3. महाजन के पास
(ख) बनिया नदी के किनारे क्यों गया?
- स्नान करने
- धनदेव को डुबोने
- पानी लाने
- कपड़े धोने
उत्तर- 1. स्नान करने
(ग) दोनों समस्या को लेकर कहाँ पहुँचे ?
- मंदिर
- विदेश
- शहर
- राजमहल
उत्तर- 4. राजमहल
(घ) बनिये ने महाजन के पुत्र को कहाँ बंद कर दिया?
- गुफा
- घर में
- भंडार में
- कोठरी में
उत्तर- 1. गुफा
प्रश्न 2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
मौखिक
(क) क्या एक मन तराजू को चूहे खा सकते हैं?
उत्तर- नहीं।
(ख) क्या बहाना बनाना तथा किसी बात को जानते हुए भी उसे छिपाना और चुप रहना झूठ है?
उत्तर- यह सब करना झूठ ही है।
लिखिए
(क) बनिये ने तराजू को महाजन के पास क्यों रखा?
उत्तर- बनिये ने विदेश जाने के लिए तराजू को महाजन के पास धरोहर के रूप में रखा।
(ख) महाजन ने तराजू न लौटाने का क्या कारण बताया?
उत्तर- महाजन ने कहा कि तराजू को चूहे खा गए।
(ग) बनिये ने महाजन को किस प्रकार सबक सिखाया?
उत्तर- बनिए ने महाजन के बेटे को गुफा में छुपा कर सबक सिखाया।
(घ) धर्माधिकारी ने बनिये को क्या कहा?
उत्तर- धर्माधिकारी ने बनिए को महाजन का लड़का वापिस देने को कहा।
(ड) बनिये के चरित्र की पाँच विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर- बनिया सहनशील, बुद्धिमान, विनम्र, धैर्यवान और समझदार था।
- आशय स्पष्ट करें-
यह कैसे हो सकता है? कभी चील इतने बड़े बच्चे को उठाकर ले जा सकती है?
उत्तर- इन पंक्तियों का यह तात्पर्य है कि इतने बड़े लड़के को चील उठाकर नहीं ले जा सकती। अवश्य ही बनिया झूठ बोल रहा है।
- किसने, किससे कहा?
कथन | किसने कहा | किससे कहा |
---|---|---|
(क) 'उसे तो चील, उठाकर ले गई।' | ||
(ख) 'इसने मेरे बच्चे को चुरा लिया।' | ||
(ग) 'इसमें तुम्हारी कोई गलती नहीं।' | ||
(घ) 'इसका लड़का इसे दे दो।' |
उत्तर-
कथन | किसने कहा | किससे कहा |
---|---|---|
(क) 'उसे तो चील, उठाकर ले गई।' | बनिये ने | महाजन से |
(ख) 'इसने मेरे बच्चे को चुरा लिया।' | महाजन ने | धर्माधिकारी से |
(ग) 'इसमें तुम्हारी कोई गलती नहीं।' | बनिए ने | महाजन से |
(घ) 'इसका लड़का इसे दे दो।' | धर्माधिकारी ने | बनिये से |
भाषा को समझें
(1) पाठ में से पाँच-पाँच संज्ञा शब्द छाँटकर लिखिए-
- व्यक्तिवाचक
- जातिवाचक
- भाववाचक
उत्तर-
- व्यक्तिवाचक- जीर्णधन, धनदेव, महाजन, धर्माधिकारी ।
- जातिवाचक- पुत्र, नदी, गुफा, चूहा, चील।
3.भाववाचक- विनम्रता, चिंता, लज्जित, दुःख, धोखा।
(2) जो शब्द क्रिया की विशेषता बताते हैं, उन्हें ‘क्रियाविशेषण’ कहते हैं। क्रियाविशेषण शब्द क्रिया के काल, स्थान, मात्रा (परिमाण) तथा रीति के बारे में बताते हैं।
जैसे –
महाजन कल आया था। कल (समय) (कब)
मैं बाहर खेलने चली गई। बाहर – (स्थान) (कहाँ)
बनिया काफी थक गया था। काफ़ी – (परिमाण) (कितना)
राम धीरे-धीरे चलने लगा। धीरे-धीरे – (रीति) (कैसे)
निम्नलिखित वाक्यों में प्रयुक्त क्रियाविशेषण शब्दों के नीचे रेखा खींचो-
(क) बनिया दौड़कर राजमहल गया।
(ख) चूहों ने धीरे-धीरे तराजू को खा लिया।
(ग) धनदेव बहुत रोया।
(घ) महाजन कल विदेश जाएगा।
उत्तर-
(क) बनिया दौड़कर राजमहल गया। (दौड़कर) (रीतिवाचक) (कैसे)
(ख) चूहों ने धीरे-धीरे तराजू को खा लिया। धीरे-धीरे (रीतिवाचक) (कैसे)
(ग) धनदेव बहुत रोया। बहुत (परिमाण) (कितना)
(घ) महाजन कल विदेश जाएगा। कल (समय) (कब)
- दिए गए शब्दों को शब्दकोश-क्रम में लिखिए-
विदेश, आकाश, विनम्रता, अकेले, धरोहर
उत्तर- अकेले, आकाश, धरोहर, विदेश, विनम्रता
- 4. सही उत्तर पर सही (✔) निशान लगाओ-
(क) ₹2.05 = 205 पैसे ( ) 25 पैसे ( )
(ख) ₹2 के 5 सिक्के = ₹ 10 ( ) ₹ 52 ( )
(ग) 7035 पैसे = ₹ 7.35 ( ) ₹ 70.35
उत्तर-
(क) ₹2.05 = 205 पैसे (✔) 25 पैसे ( )
(ख) ₹2 के 5 सिक्के = ₹ 10 (✔) ₹ 52 ( )
(ग) 7035 पैसे = ₹ 7.35 ( ) ₹ 70.35 (✔)
रचनात्मक
जीवन में अच्छी आदतें अपनाने की सीख देते हुए छोटे भाई को पत्र लिखिए।
उत्तर-
परीक्षा भवन
जम्मू।
प्रिय भाई
कल पिताजी से फोन पर बात हुई थी। पता चला कि तुम आजकल किसी भी काम को मन लगाकर नहीं कर रहे। दिनभर दोस्तों के साथ यहाँ-वहाँ घूमकर समय बर्बाद कर रहे हो और जितनी देर घर पर होते हो केवल मोबाइल पर ही लगे होते हो। यह सब बुरी आदतें तुममें पहले नहीं थीं। तुम सदैव अच्छी आदतें अपनाते थे। मेरा तुमसे यही कहना है कि यह समय यूँही मत गँवाओ और अपनी पढ़ाई की ओर ध्यान दो। समय का सदुपयोग करो और अपना एक लक्ष्य बनाओ। आशा करती हूँ कि तुम मेरी बात को अवश्य समझोगे और मानोगे।
तुम्हारी बहन
क, ख, ग
Jaise Ko Taisa Class 5 Hindi Question Answers के बारे में बस इतना ही। आशा है कि आपको यह उपयोगी लगा होगा। आप इस पोस्ट के बारे में अपने विचार नीचे टिप्पणी अनुभाग (comment section) में में साझा करें।
Leave a Reply