कविता “माँ, कह एक कहानी” JKBOSE के कक्षा 5 (Class 5th of JKBOSE) के छात्रों की पाठ्य-पुस्तक भाषा प्रवाह भाग 5 हिंदी का पहला अध्याय है। यह कविता मैथिलीशरण गुप्त द्वारा लिखित है। यह पोस्ट Maa Keh Ek Kahani Class 5 Hindi Question Answers के बारे में है। इस पोस्ट में आप कविता ” माँ, कह एक कहानी” के शब्दार्थ, सरलार्थ और उससे जुड़े कुछ प्रश्न उत्तर पढ़ेंगे। पिछली पोस्ट में, आपने Sheetal Devi Class 5 Hindi Question Answers के बारे में पढ़ा। आइए शुरू करें:
Maa Keh Ek Kahani Class 5 Hindi Question Answers
Maa Keh Ek Kahani Class 5 Poem Text
“बेटा, समझ लिया क्या तूने
मुझको अपनी नानी?”
“कहती है मुझसे यह बेटी,
तू मेरी नानी की बेटी !
कह माँ, कह, लेटी ही लेटी
राजा था या रानी?
माँ, कह एक कहानी !”
“तू है हठी मानधन मेरे,
सुन उपवन में बड़े सबेरे,
तात भ्रमण करते थे तेरे,
जहाँ सुरभि मनमानी ।”
“जहाँ, सुरभि मनमानी।
हाँ, माँ यही कहानी।”
वर्ण-वर्ण के फूल लिखे थे,
झलमल कर हिम- बिन्दु झिले थे,
हलके झोंके हिले-मिले थे,
“लहराता था पानी।,
हाँ-हाँ, यही कहानी।”
“गाते थे खग कल-कल स्वर से,
सहसा एक हंस ऊपर से,
गिरा बिद्ध होकर खग-शर से,
हुई पक्ष की हानी।”
करुण-भरी भरी कहानी।”
“चौंक उन्होंने उसे उठाया,
नया जन्म – सा उसने पाया।
इतने में आखेटक आया,
लक्ष्य-सिद्धि का मानी ?
कोमल – कठिन कहानी ।”
“माँगा उसने आहत पक्षी
तेरे तात किन्तु थे रक्षी!
तब उसने, जो था खगभक्षी-
हठ करने की ठानी।
अब बढ़ चली कहानी।”
“हुआ विवाद सदय – निर्दय में
उभय आग्रही थे स्वविषय में
गई बात तब न्यायालय में
सुनी सभी ने जानी
व्यापक हुई कहानी”
“राहुल, तू निर्णय कर इसका
न्याय पक्ष लेता है किसका?
कह दे निर्भय जय हो जिसका।
सुन लूँ तेरी बानी।
माँ, मेरी क्या बानी?
मैं सुन रहा कहानी।”
‘कोई निरपराध को मारे
तो क्यों अन्य उसे न उबारे?
रक्षक पर भक्षक को वारे
न्याय दया का दानी!
“न्याय दया का दानी”
तूने गुनी कहानी।
Maa Keh Ek Kahani Class 5 Word Meanings
शब्द | अर्थ |
---|---|
तात | पिता |
भ्रमण | सैर |
सुरभि | सुगंध |
वर्ण | रंग |
हिम | बर्फ |
खग | पक्षी |
बिद्ध | तीर से बिंधकर / घायल होकर |
लक्ष्य | उद्देश्य |
कोमल | नाजुक |
कठिन | मुश्किल |
हठ | ज़िद |
विवाद | झगड़ा |
उभय | दोनों |
न्यायालय | अदालत |
निर्णय | फैसला |
निर्भय | बिना डरे |
Maa Keh Ek Kahani Class 5 Poem Explanation
“बेटा, समझ लिया क्या तूने
मुझको अपनी नानी?”
“कहती है मुझसे यह बेटी,
तू मेरी नानी की बेटी !
कह माँ, कह, लेटी ही लेटी
राजा था या रानी?
माँ, कह एक कहानी !”
प्रसंग: प्रस्तुत पंक्तियाँ एक बालक और उसकी माँ के संवाद को दर्शाती हैं, जहाँ बच्चा माँ से कहानी सुनाने का आग्रह करता है।
व्याख्या: बच्चा अपनी माँ से हठपूर्वक कहता है कि वह उसकी नानी की बेटी है, इसलिए उसे कहानी सुनानी चाहिए। वह जिज्ञासा से पूछता है कि कहानी राजा की होगी या रानी की। माँ इस पर सहमति जताती है और कहानी सुनाना शुरू करती है। इस भाग में बच्चे की जिज्ञासा और कहानी सुनने की उत्सुकता स्पष्ट होती है।
“तू है हठी मानधन मेरे,
सुन उपवन में बड़े सबेरे,
तात भ्रमण करते थे तेरे,
जहाँ सुरभि मनमानी ।”
“जहाँ, सुरभि मनमानी।
हाँ, माँ यही कहानी।”
प्रसंग: माँ अपने पुत्र को एक प्राकृतिक दृश्य का वर्णन करते हुए कहानी की भूमिका बांधती है।
व्याख्या: माँ बताती है कि बच्चे के पिता (तात) प्रातःकाल उपवन में भ्रमण करते थे, जहाँ सुरभि (सुगंध) स्वतः ही चारों ओर फैल जाती थी। यह पंक्तियाँ प्राकृतिक वातावरण की मोहक छटा को दर्शाती हैं और कहानी की पृष्ठभूमि तैयार करती हैं।
वर्ण-वर्ण के फूल लिखे थे,
झलमल कर हिम- बिन्दु झिले थे,
हलके झोंके हिले-मिले थे,
“लहराता था पानी।,
हाँ-हाँ, यही कहानी।”
प्रसंग: माँ अपने पुत्र को उपवन की सुंदरता का वर्णन कर रही हैं।
व्याख्या: माँ कहती हैं कि रंग-बिरंगे फूल ऐसे प्रतीत हो रहे थे जैसे वे लिखे गए हों। उन पर ओस की बूंदें झिलमिला रही थीं, और हल्की-हल्की हवा चल रही थी। इस दृश्य से उपवन की सुंदरता और उसमें व्याप्त शांति व प्रसन्नता का चित्रण होता है।
“गाते थे खग कल-कल स्वर से,
सहसा एक हंस ऊपर से,
गिरा बिद्ध होकर खग-शर से,
हुई पक्ष की हानी।”
करुण-भरी भरी कहानी।”
प्रसंग: इस पद्यांश में कथा आगे बढ़ती है और एक घटना घटित होती है।
व्याख्या: माँ बताती हैं कि पक्षी अपने कलरव से वातावरण को मधुर बना रहे थे। तभी अचानक एक हंस पर तीर आकर गिरा और वह घायल हो गया। यह घटना करुणा उत्पन्न करने वाली थी और यह दर्शाती है कि प्राकृतिक सौंदर्य के बीच भी हिंसा और पीड़ा का अस्तित्व रहता है।
“चौंक उन्होंने उसे उठाया,
नया जन्म – सा उसने पाया।
इतने में आखेटक आया,
लक्ष्य-सिद्धि का मानी ?
कोमल – कठिन कहानी।”
प्रसंग: तात (पिता) घायल हंस को उठाकर उसकी रक्षा करते हैं।
व्याख्या: जब पिता ने घायल हंस को उठाया, तो ऐसा प्रतीत हुआ मानो उसे नया जीवन मिल गया हो। इतने में शिकारी (आखेटक) वहाँ आ जाता है और अपने लक्ष्य की सिद्धि का दावा करता है। यह पंक्तियाँ मनुष्यता और निर्दयता के बीच संघर्ष को दर्शाती हैं।
“माँगा उसने आहत पक्षी
तेरे तात किन्तु थे रक्षी!
तब उसने, जो था खगभक्षी-
हठ करने की ठानी।
अब बढ़ चली कहानी।”
प्रसंग: शिकारी अपने अधिकार की माँग करता है, परंतु पिता पक्षी की रक्षा करते हैं।
व्याख्या: शिकारी घायल पक्षी को माँगता है, लेकिन पिता उसे नहीं देते क्योंकि वे उसकी रक्षा करना चाहते हैं। यह पंक्तियाँ करुणा और हिंसा के बीच के संघर्ष को दर्शाती हैं, जहाँ एक व्यक्ति (पिता) दया को प्राथमिकता देता है जबकि दूसरा (शिकारी) अपने स्वार्थ के लिए आग्रह करता है।
“हुआ विवाद सदय – निर्दय में
उभय आग्रही थे स्वविषय में
गई बात तब न्यायालय में
सुनी सभी ने जानी
व्यापक हुई कहानी”
प्रसंग: विवाद बढ़कर न्यायालय तक पहुँचता है।
व्याख्या: जब शिकारी और पिता के बीच कोई समझौता नहीं होता, तो मामला न्यायालय तक पहुँच जाता है। यहाँ सभी लोग इस विवाद को सुनते हैं और समझने का प्रयास करते हैं कि न्याय किसका पक्ष लेता है। यह पंक्तियाँ न्याय व्यवस्था की महत्ता को दर्शाती हैं।
“राहुल, तू निर्णय कर इसका
न्याय पक्ष लेता है किसका?
कह दे निर्भय जय हो जिसका।
सुन लूँ तेरी बानी।
माँ, मेरी क्या बानी?
मैं सुन रहा कहानी।”
प्रसंग: माँ अपने पुत्र राहुल से न्याय का निर्णय करने को कहती हैं।
व्याख्या: माँ अपने पुत्र राहुल से पूछती हैं कि इस मामले में न्याय किसका पक्ष लेगा। वह निर्भीकता से निर्णय देने का आग्रह करती हैं। राहुल अभी कहानी को सुन रहा है, इसलिए वह निर्णय देने में हिचकिचाता है। यह पंक्तियाँ इस तथ्य को दर्शाती हैं कि न्याय के लिए सही निर्णय लेना आसान नहीं होता।
‘कोई निरपराध को मारे
तो क्यों अन्य उसे न उबारे?
रक्षक पर भक्षक को वारे
न्याय दया का दानी!
“न्याय दया का दानी”
तूने गुनी कहानी।
प्रसंग: न्याय और दया के बीच संतुलन की आवश्यकता पर बल दिया जाता है।
व्याख्या: राहुल अंततः कहता है कि यदि कोई निर्दोष को कष्ट पहुँचाता है, तो उसकी रक्षा करना आवश्यक है। शिकारी को हंस मारने का अधिकार नहीं है, क्योंकि यह अन्याय है। वह कहता है कि न्याय और दया का संगम आवश्यक है। इस प्रकार, कहानी में न्याय और करुणा की विजय होती है।
Maa Keh Ek Kahani Class 5 Hindi Question Answers
अभ्यास कार्य
प्रश्न 1. शब्दार्थ :-
उत्तर- इस प्रश्न का उत्तर उपर दिए गे टेबल से देख लें।
प्रश्न 2. मौखिक प्रश्न:-
(क) क्या आपने गौतम बुद्ध के बारे में सुना है?
उत्तर- जी हाँ।
(ख) गौतम बुद्ध का असली नाम क्या था?
उत्तर- सिद्धार्थ गौतम ।
(ग) इन्होंने विश्व को कौन सा मुख्य संदेश दिया है?
उत्तर- गौतम बुद्ध ने विश्व को शान्ति का संदेश दिया।
प्रश्न 3. कविता के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखें।
- प्रस्तुत कविता तथा कवि का नाम क्या है?
उत्तर- प्रस्तुत कविता का नाम है, ‘माँ कह एक कहानी तथा कवि का नाम मैथिलीशरण गुप्त जी है। 2. कौन किसे कहानी सुनाने का हठ कर रहा है?
उत्तर- राहुल अपनी माँ से कहानी सुनाने का हठ कर रहा है।
- ‘बेटा समझ लिया क्या तूने मुझको अपनी नानी‘ माँ ने बेटे को ऐसा क्यों कहा?
उत्तर- माँ ने बेटे को ऐसा इसलिए कहा क्योंकि कहानियाँ अक्सर दादी, नानी ही सुनाती है।
- सिद्धार्थ को उपवन में किस प्रकार का दृश्य देखने को मिला?
उत्तर- सिद्धार्थ जब उपवन में सैर कर रहे थे तो बड़ी ठंडी-ठंडी सुगंधित हवा चल रही थी। रंग-बिरंगे फूलों पर ओस की बूंदे झिलमिला रही थीं। तभी अचानक उनकी नज़र एक पक्षी पर पड़ी जो किसी के तीर मारने से घायल हुआ वहाँ गिरा हुआ था ।
प्रश्न 4. लघु प्रश्नोत्तरः-
- राहुल कौन था?
उत्तर- सिद्धार्थ का बेटा ।
- राहुल क्या सुनाने की ज़िद कर रहा था?
उत्तर- राहुल अपनी माँ से कहानी सुनाने की ज़िद कर रहा था।
- राहुल की माँ ने कौन सी कहानी सुनाई?
उत्तर- राहुल की माँ ने उसे घायल हंस की कहानी सुनाई।
- सिद्धार्थ ने घायल हंस का क्या किया?
उत्तर- सिद्धार्थ ने घायल हंस को उठाया, उसका उचित उपचार किया और उसे नया जन्म दिया।
- हंस पर अधिकार के लिए रक्षक व भक्षक कहाँ गए?
उत्तर- हंस पर अधिकार के लिए रक्षक व भक्षक अदालत में गए।
प्रश्न 5. सही / गलत बताएं: –
- सिद्धार्थ के चचेरे भाई ने हंस को घायल कर दिया।
उत्तर- गलत
- सिद्धार्थ घायल पक्षी को देखकर खुश हुआ।
उत्तर- गलत
- रक्षक – भक्षक का विवाद महाराजा के पास पहुँचा।
उत्तर- गलत
- न्याय पक्ष में रक्षक की विजय हुई।
उत्तर- सही
प्रश्न 6. पक्षी – प्रेम या न्याय संबंधी किसी घटना या कहानी का कक्षा में वर्णन करके उसे लिखें।
उत्तर- विद्यार्थी स्वयं करें।
प्रश्न 7. श्रुतलेखः-
तात, भ्रमण, खग, लक्ष्य, बिद्ध, कठिन, उभय, न्यायालय, निर्णय, निर्भय।
प्रश्न 8. पठित गद्यांश के आधार पर स्वयं समझकर एक प्रश्नावली बनाइए:-
बेटा, समझ लिया क्या तूने मुझको अपनी नानी’ ?
कहती है मुझसे यह बेटी,
तू मेरी नानी की बेटी ।
कह माँ, कह, लेटी ही लेटी
राजा था या रानी?
प्रश्न 1. बेटे ने अपनी माँ को क्या समझ लिया?
उत्तर- नानी।
प्रश्न 2. आपकी माँ आपकी नानी की क्या लगती है?
उत्तर- बेटी ।
प्रश्न 3. बेटा माँ को किसकी कहानी सुनाने के लिए कह रहा है?
उत्तर- राजा-रानी की कहानी ।
Sheetal Devi Class 5 Hindi Question Answers के बारे में बस इतना ही। आशा है कि आपको यह उपयोगी लगा होगा। आप इस पोस्ट के बारे में अपने विचार नीचे टिप्पणी अनुभाग (comment section) में में साझा करें।
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