पाठ “नन्हा फ़नकार” JKBOSE के कक्षा 5 (Class 5th of JKBOSE) के छात्रों की पाठ्य-पुस्तक भाषा प्रवाह भाग 5 हिंदी का सातवाँ अध्याय है। यह पोस्ट Nanha Fankar Class 5 Hindi Question Answers के बारे में है। इस पोस्ट में आप पाठ “शीतल देवी” के शब्दार्थ, सरलार्थ और उससे जुड़े कुछ प्रश्न उत्तर पढ़ेंगे। पिछली पोस्ट में, आपने Sheetal Devi Class 5 Hindi Question Answers के बारे में पढ़ा। आइए शुरू करें:
Nanha Fankar Class 5 Hindi Question Answers
Nanha Fankar Class 5 Word Meanings
शब्द | अर्थ |
---|---|
नेक | अच्छा; |
बुदबुदाना | बहुत धीरे बोलना; |
थपथपाना | शाबाशी देना; |
नक्काशी | पत्थर पर चित्र बनाना; |
सल्तनत | राज्य; |
महीन | पतली, बारीक; |
फनकार | कलाकार; |
इठलाकर | नखरे कर कर; |
कौतूहल | बहुत हैरानगी से; |
पुश्तैनी | खानदानी; |
इत्मीनान | आराम से; |
छेनी | लोहे का औजार; |
मींचकर | कस कर बंद करना; |
मँझोला | बीच वाला; |
डलिया | टोकरी; |
संदेह | शक; |
मुआयना | निरीक्षण करना; |
भौचंक | हैरान रह जाना; |
माथा ठनका | समझ जाना; |
बदहवासी | घबराहट; |
उलझन | दुविधा; |
कतारें | पंक्तियाँ; |
चूक | भूल; |
उकेरना | खोदना, उभारना; |
नफीस | सुन्दर; |
फुर्ती | तेज़ी; |
इत्मीनान | आराम से; |
तीव्र | तेज़ गति; |
तल्खी | कड़वाहट; |
व्यस्क | बलिग; |
कौतुहल | आश्चर्य; |
कातर | बेबस। |
Nanha Fankar Class 5 Summary (पाठ का सार)
यह कहानी एक छोटे लड़के केशव की है, जो अपने पिता की तरह नक्काशी का काम सीख रहा था। वह एक कुशल नक्काशीकार बनना चाहता था और दिन-रात अपने काम में मेहनत करता था।
एक दिन, जब केशव अपने काम में डूबा हुआ था, उसने महसूस किया कि एक व्यक्ति उसे काफी देर से देख रहा है। वह शाही पोशाक पहने हुए था, जिससे केशव को लगा कि वह कोई बहुत अमीर व्यक्ति होगा। तभी महल का एक पहरेदार आया और गुस्से में केशव से बोला, “अरे मूर्ख! हुजूर को झुककर सलाम कर!” यह सुनकर केशव को समझ में आ गया कि वह कोई और नहीं बल्कि स्वयं बादशाह अकबर हैं।
बादशाह ने पहरेदार को वहाँ से हटा दिया और फिर केशव से उसका नाम पूछा। डरते हुए केशव ने अपना नाम बताया। इसके बाद अकबर ने उससे नक्काशी सीखने की इच्छा जताई। केशव फौरन अंदर गया और एक छेनी और हथौड़ा लेकर आ गया। उसने बादशाह को नक्काशी सिखाना शुरू किया, लेकिन अकबर इसे सही तरीके से नहीं कर पा रहे थे। कभी वह हथौड़ा ज्यादा जोर से मार देते तो कभी लकड़ी में गड्ढा कर देते। केशव बार-बार उनकी गलतियाँ सुधारता रहा। आखिरकार, बादशाह ने हार मान ली और आराम से बैठकर केशव का काम देखने लगे।
केशव की नक्काशी कला से प्रभावित होकर बादशाह अकबर ने कहा, “एक दिन तुम बहुत बड़े कलाकार बनोगे और मेरे शाही कारखाने में काम करोगे।” उन्होंने केशव की पीठ थपथपाई और वहां से चले गए।
रात को जब केशव अपने पिता के साथ सोने गया, तो उसके पिता ने मुस्कुराकर कहा, “तुम तो अभी से मशहूर हो गए!” इस पर केशव ने पूछा, “पिताजी, बादशाह अकबर सीकरी में नया शहर क्यों बनवा रहे हैं?”
पिता ने समझाया, “पहले बादशाह की कोई संतान नहीं थी। फिर उन्होंने ख्वाजा सलीम चिश्ती से आशीर्वाद लिया, जिन्होंने भविष्यवाणी की थी कि उनके तीन बेटे होंगे। जब यह भविष्यवाणी सच हुई, तो बादशाह ने सलीम चिश्ती के सम्मान में सीकरी में एक भव्य शहर बसाने का निर्णय लिया और अपने बेटे का नाम भी सलीम रखा।”
यह सुनकर केशव संतुष्ट हुआ और गहरी नींद में सो गया।
Nanha Fankar Class 5 Hindi Question Answers
अभ्यास
केशव की घंटियाँ
प्रश्न 1. “माशा अल्लाह ! ये घंटियाँ कितनी सुंदर हैं । तुमने खुद बनाई हैं?” बादशाह अकबर ने यह बात किसलिए कही होगी-
(क) केशव के काम की तारीफ में।
(ख) यह जानने के लिए कि घंटियाँ कितनी सुंदर हैं ।
(ग) केशव से बातचीत शुरू करने के लिए
(घ) घंटियाँ किसने बनाई, यह जानने के लिए
(ङ) क्योंकि उन्हें यकीन नहीं था कि 10 साल का बच्चा केशव इतनी सुंदर घंटियाँ बना सकता है ।
(च) कोई और कारण जो तुम्हें ठीक लगता हो ।
उत्तर :- (ड) क्योंकि उन्हें यकीन नहीं था कि 10 साल का बच्चा केशव इतनी सुंदर घंटियाँ बना सकता है।
प्रश्न 2. केशव पत्थर की घंटियाँ तथा कड़ियाँ तराश रहा था। उसके द्वारा तराशी जा रही घंटियों और कड़ियों का चित्र अपनी कॉपी में बनाओ। तुम्हें क्या कोई खास इमारत याद आ रही है जिसमें नक्काशी की गई हो। संभव हो तो उसकी तस्वीर चिपकाओ।
उत्तर-
आना-जाना
प्रश्न 3. केशव के पिता गुजरात से आगरा आकर बस गए थे। हो सकता है तुम या तुम्हारे कुछ साथियों के माता-पिता भी कहीं और से यहाँ आकर बस गए हों। बातचीत करके पता लगाओ कि ऐसा करने के क्या कारण होते हैं?
उत्तर :- 1. जब किसी का तबादला हो जाता है।
- रोजगार के लिए ।
कहानी से
प्रश्न 3. अकबर को पहरेदार की दखलंदाज़ी अच्छी क्यों नहीं लगी?
उत्तर :- अकबर एक राजा थे। वह अपनी प्रजा का हाल-चाल जानने के लिए उनसे मिलते रहते थे। वह बहुत नेक थे और प्रजा के दुःख-दर्द समझते थे। जब वह प्रजा के साथ समय बिता रहे होते थे तो वह किसी की दखलंदाज़ी पसंद नहीं करते इसलिए उन्हें पहरेदार की दखलंदाजी अच्छी नहीं लगी ।
प्रश्न 4. “लगता है कोई बहुत बड़ा आदमी है” यहाँ पर ‘बड़े आदमी’ से केशव का क्या मतलब हैं?
उत्तर :- यहाँ पर बड़े आदमी से केशव का मतलब है कि कोई अमीर तथा माना हुआ आदमी या राज्य से संबंधित कोई बड़ा आदमी।
प्रश्न 5. “खरगोश की-सी कातर आँखें’ पशु पक्षियों से तुलना करते हुए और भी बहुत-सी बातें कही जाती है जैसे- ‘हिरन जैसी चाल ‘। ऐसे ही कुछ उदाहरण तुम बताओ।
उत्तरः- 1. कोयल जैसी आवाज
- हाथी जैसी चाल
- मोरनी जैसी गर्दन ।
प्रश्न 6. अकबर ने जब नक्काशी सीखना चाहा, तो केशव ने उन्हें संदेह भरी नज़रों से क्यों देखा?
उत्तर :- अकबर एक बहुत बड़े राजा थे। जब उन्होंने केशव से नक्काशी सीखना चाहा तो केशव संदेह भरी नजरों से उनकी तरफ देखने लगा ।
प्रश्न 7. केशव दस साल का है। क्या उसकी उम्र के बच्चों को इस तरह के काम से जुड़ना ठीक है। अपने उत्तर के कारण जरूर बताओ।
उत्तर :- नहीं, उसकी उम्र के बच्चों को इस तरह के काम से जुड़ना ठीक नहीं है।
इन बच्चों के लिए पढ़ाई-लिखाई बहुत जरूरी है। कुछ बच्चों के माँ-बाप पढ़ाई का खर्चा नहीं उठा सकते इसलिए वह अपने बच्चों को काम करने भेज देते हैं परन्तु आजकल सरकार ने 10-12 साल तक बच्चे की पढ़ाई मुफ्त कर दी है। साथ-ही-साथ उन्हें स्कूल दोपहर को अच्छा खाना भी दिया जाता है। बच्चे पढ़-लिख कर अपना भविष्य उज्ज्वल करेंगे तथा माता-पिता का नाम रोशन करेंगे। पढाई हर बच्चे का अधिकार हैं।
प्रश्न 8. “केशव बार-बार सबको सुनाता।” केशव सबसे क्या कहता होगा? कल्पना करके केशव के शब्दों में लिखो।
उत्तर :- केशव सबसे कहता होगा आज मैंने बादशाह अकबर को नक्काशी सिखाई। उन्होंने मुझ से कहा, “मैं एक दिन बहुत बड़ा फ़नकार बनूँगा और मेरी पीठ भी थपथपाई और मेरे से बहुत-सी बातें की।”
शब्दों की निराली दुनिया
प्रश्न 1. (क) नक्काशी जैसे किसी एक काम को चुनो (बढ़ईगिरि, मिस्त्री इत्यादि) जिसमें औजारों का इस्तेमाल होता है। उन खास औजारों के नाम और काम पता करके लिखो।
उत्तर :- (क) बढ़ई गिरि में प्रयोग होने वाले औजार-
- हथौडी — कील ठोकने के लिए।
- आरी — लकड़ी काटने के लिए।
- जमूर —कील उखाड़ने के लिए।
- रंदा — लकड़ी घिसाई के लिए।
(ख) छैनी, हथौड़ा, तराशना, किरचें— ये सब पत्थर के काम से जुड़े हुए शब्द हैं। लकड़ी के दुकानदार और बढ़ई से बात करके लकड़ी के काम से जुड़े शब्द इकट्ठे करो और कक्षा में उन पर सामूहिक रूप से बातचीत करो। कुछ शब्द हम यहाँ दे रहे हैं-
आरी, रंदा, बुरादा, प्लाई, सूत ………………………….
(ख) आरी, रंदा, बुरादा, प्लाई, सूत, हथौड़ी, कड़ी, फट्टा, पेच, लकड़ी, कील, जमूर, सनमाइका, फैवीकोल, पालिश आदि ।
(ग) हो सकता है कि तुम्हारे इलाके में इन चीज़ों और कामों के लिए कुछ अलग किस्म के शब्द इस्तेमाल होते हों। उन पर भी बातचीत करो।
(ग) छात्र इसे स्वंय करें।
प्रश्न 2. ‘कटाव’ शब्द ‘कट’ क्रिया से पैदा हुआ है। नीचे लिखी संज्ञाएँ किन क्रियाओं से बनी हैं? इन संज्ञाओं का अर्थ समझो और वाक्य में प्रयोग करो। चुनाव पड़ाव बहाव लगाव।
उत्तर :-
संज्ञा क्रिया वाक्य
चुनाव चुन बी.जे.पी. का चुनाव चिह्न कमल है।
पडाव पड़ वैष्णो देवी की यात्रा में हमने अधकवारी में पड़ाव डाला।
बहाव बह नदी का बहाव बहुत तेज़ है।
लगाव लग माँ को अपने बच्चे से बहुत लगाव होता है।
प्रश्न 3. “लड़के ने जल्दी-जल्दी कोई प्रार्थना बुदबुदाई।” रेखाकित शब्द और नीचे लिखे शब्दों में क्या अंतर हैं? वाक्य बनाकर बनाकर अंतर स्पष्ट करो।
फुसफुसाना, बड़बड़ाना, भुनभुनाना
उत्तर :- बुदबुदाना — मन में कुछ बोलना। लड़का धीरे-धीरे बुदबुदा रहा था।
फुसफुसाना — अमन फुसफुसा कर कुछ बोल रहा है।
बडबड़ाना — सोहन गुस्से में बड़बड़ा रहा था।
भुनभुनाना — हर समय भुनभुनाना ठीक नहीं।
प्रश्न 4. “बेवकुफ, खड़ा हो। हुजूरे आला के सामने बैठने की जुर्रत कैसे की तुने। झुककर इन्हें सलाम कर।”
महल के पहरेदार ने केशव से यह इसीलिए कहा, क्योंकि-
(क) बादशाह के सामने बैठे रहना उनका अपमान करने जैसा है।
(ख) पहरेदार यह कहकर अपनी वफादारी दिखाना चाहता था।
(ग) पहरेदार को बादशाह के आने का पता नहीं चला, इसलिए वह घबरा गया।
(घ) बादशाह का केशव से बात करना पहरेदार को अच्छा नहीं लगा।
उत्तर :- (क) बादशाह के सामने बैठे रहना उनका अपमान करने जैसा है।
बहुविकल्पीय प्रश्न
- केशव हथौड़े से किस पर नक्काशी कर रहा था?
(क) लाल पत्थर पर
(ख) मूर्ति पर
(ग) घंटी पर
(घ) कपड़े पर
उत्तर- (ग) घंटी पर
- केशव के माता-पिता कहाँ से आकर आगरा में बस गए थे?
(क) दिल्ली
(ख) गुजरात
(ग) केरल
(घ) पंजाब
उत्तर- (ख) गुजरात
- इस लड़ी में अभी काफी बाकी है’ यह बात केशव को किसने कही?
(क) अकबर ने
(ग) पहरेदार ने
(ख) केशव के पिता ने
(घ) किसी ने भी नहीं
उत्तर- (क) अकबर ने
- बादशाह अकबर सीकरी में किसके पास आये थे?
(क) ख्वाजा सलीम चिश्ती
(ख) साधु संतों के पास
(ग) फकीरों के पास
(घ) किसी के पास भी नहीं
उत्तर- (क) ख्वाजा सलीम चिश्ती
प्रश्न – उत्तर-
मौखिक प्रश्न
प्रश्न 1. केशव कहाँ पर बैठा हुआ था?
उत्तर- केशव एक चौकोर लाल पत्थर के पास बैठा हुआ था।
प्रश्न 2. केशव अधबनी अधूरी घंटी पर छेनी से क्या कर रहा था?
उत्तर- नक्काशी ।
प्रश्न 3. केशव का जन्म कहाँ पर हुआ था?
उत्तर- आगरा ।
प्रश्न 4. बादशाह अकबर जब जाने लगे तो केशव ने उन्हें क्या कहा था?
उत्तर- बादशाह अकबर जब जाने लगे तो केशव ने उन्हें कहा, “हुजूर! क्या आप दुबारा आएँगे ।”
लिखित प्रश्न
प्रश्न 1. केशव क्या काम करता था?
उत्तर- केशव पत्थर पर नक्काशी का काम करता था।
प्रश्न 2. अकबर को पहरेदार की दखलंदाजी क्यों अच्छी नहीं लगी?
उत्तर- अकबर को पहरेदार की दखलंअदाजी अच्छी नहीं लगी क्योंकि पहरेदार के आने पर केशव घबरा गया और डर कर खड़ा हो गया जिससे केशव और अकबर की बातचीत रूक गयी।
प्रश्न 3. अकबर सीकरी में नया शहर क्यों बनवा रहे थे?
उत्तर- सीकरी में नया शहर बनवाने का एक खास कारण था । बादशाह अकबर की कोई संतान नहीं थी। इस वजह से वे हर वक्त परेशान रहते थे। वे बहुत से साधु-संतों और फकीरों के पास गए। भटकते-भटकते बादशाह ख्वाजा सलीम चिश्ती के पास सीकरी आए। उन्होंने ही बादशाह को बाताया कि उनक एक नहीं तीन-तीन संतानें होंगी।
तब बादशाह ने ख्वाजा सलीम चिश्ती के सम्मान में सीकरी में नगर बसाने का फैसला किया था।
प्रश्न 4. अकबर ने जब नक्काशी सीखना चाही तो केशव ने क्यों उन्हें संदेह भरी नज़रों से देखा?
उत्तर- अकबर एक राजा थे। वह अपनी प्रजा का हाल-चाल जानने के लिए उनसे मिलते रहते थे। वह बहुत नेक थे और प्रजा के दुःख-दर्द समझते थे। जब वह प्रजा के साथ समय बिता रहे होते थे तो वह किसी की दखलंदाज़ी पसंद नहीं करते इसलिए उन्हें पहरेदार की दखलंदाजी अच्छी नहीं लगी।
सही गलत चुनिए:-
- केशव बहुत बारीक जालियाँ, महीन- नफीस बेल-बूटे, कमल के फूल और लहराते हुए सांपों की नक्काशी करना चाहता था। (✓)
- केशव के पास आया आदमी पहरेदार था। (x)
- केशव अपना हुनर अकबर को नहीं सिखाना चाहता था। (x)
- केशव के माता-पिता आगरा में ही रहते आये थे। (x)
रचनात्मक कार्य-
“खरगोश की-सी कातर आँखें “
पशु-पक्षियों से तुलना करते हुए और भी बहुत सी बातें कही जाती हैं जैसे ‘हिरन जैसी चाल’ ऐसे ही कुछ उदाहरण आप भी बताइए।
उत्तर- 1. कोयल जैसी आवाज़
- हाथी जैसी चाल
- मोरनी जैसी गर्दन।
Sheetal Devi Class 5 Hindi Question Answers के बारे में बस इतना ही। आशा है कि आपको यह उपयोगी लगा होगा। आप इस पोस्ट के बारे में अपने विचार नीचे टिप्पणी अनुभाग (comment section) में में साझा करें।
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