पाठ “बुद्धिमान बकरियाँ” JKBOSE के कक्षा 3 (Class 3rd of JKBOSE) के छात्रों की पाठय-पुस्तक भाषा प्रवाह भाग 3 हिंदी (Bhasha Prwah Class 3rd Hindi) का पांचवां पाठ है। यह पोस्ट Budhiman Bakriyan Class 3 Hindi Question Answers के बारे में है। इस पोस्ट में आप पाठ बुद्धिमान बकरियाँ के शब्दार्थ, पाठ का सार और इसके प्रश्न उत्तर पढ़ेंगे। पिछली पोस्ट में, आपने Bahadur Bitto Class 3 Hindi Question Answers के बारे में पढ़ा। आइए शुरू करें:
Budhiman Bakriyan Class 3 Hindi Question Answers
Budhiman Bakriyan Class 3 Hindi Word Meanings
अभ्यास
शब्दार्थ-
शब्द | अर्थ |
---|---|
कट्टर | दृढ़ / घोर। |
शत्रु | दुश्मन। |
सदैव | सदा ही / हमेशा। |
संकरा | तंग। |
क्रोध | गुस्सा। |
दृष्टि | नज़र। |
धमकी देना | डर दिखाना। |
स्वयं | अपने आप। |
परस्पर | आपस में। |
विवाद | लड़ाई। |
आरंभ | शुरू। |
प्रहार | चोट। |
पश्चात् | बाद। |
छोर | सिरा/किनारा। |
बीचोंबीच | ठीक मध्य में/बिल्कुल बीच में। |
विनम्र | नम्र / झुका हुआ। |
शक्ति | ताकत। |
सकुशल | ठीक-ठाक। |
सदुपयोग | सही उपयोग। |
समस्या | मुसीबत। |
समाधान | हल। |
Budhiman Bakriyan Class 3 Hindi Summary
गोलू और मोलू की कहानी
जंगल में गोलू और मोलू नाम के दो बकरे रहते थे। वे एक-दूसरे के जानी दुश्मन थे और हमेशा लड़ने का मौका ढूंढते रहते थे। एक दिन दोनों जंगल में घूमते-घूमते एक नदी के संकरे पुल पर पहुँच गए। गोलू पुल के एक ओर से और मोलू दूसरी ओर से आ रहा था। पुल इतना तंग था कि दोनों एक साथ नहीं गुजर सकते थे।
गोलू ने मोलू को गुस्से से देखा और आदेश दिया, “तुम पीछे हट जाओ।”
मोलू ने भी ताव में जवाब दिया, “क्यों? पीछे तो तुम्हें हटना चाहिए!”
दोनों अपनी-अपनी ज़िद पर अड़े रहे। कोई भी झुकने को तैयार नहीं था। आखिरकार, दोनों ने आपस में लड़ाई शुरू कर दी और एक-दूसरे पर सींगों से हमला करने लगे। लड़ाई के दौरान, उनका संतुलन बिगड़ गया और दोनों पुल से नीचे गिरकर नदी में डूब गए।
चीनू और मीनू की कहानी
कुछ दिन बाद, चीनू और मीनू नाम की दो बकरियाँ उसी पुल पर पहुँचीं। चीनू एक तरफ से और मीनू दूसरी तरफ से आ रही थी। जब वे पुल के बीच में पहुँचीं, तो उनका सामना हुआ। लेकिन चीनू और मीनू दोनों ही समझदार और शांत स्वभाव की थीं।
मीनू ने तुरंत बुद्धिमानी से काम लिया। वह पुल पर बैठ गई, ताकि चीनू उसके ऊपर से गुजर सके। चीनू आराम से मीनू के ऊपर से निकल गई। इस तरह दोनों ने आपसी सहयोग से समस्या का हल निकाला और सुरक्षित अपने-अपने रास्ते चली गईं।
शिक्षा:
समस्याओं का समाधान बुद्धिमानी और सहयोग से किया जा सकता है। आपसी समझ और सहिष्णुता से हर कठिनाई को पार किया जा सकता है।
Budhiman Bakriyan Class 3 Hindi Chapter 5 Question Answers
श्रुतलेख
कट्टर, शत्रु, सदैव, झगड़ते, छोर, संकरा, क्रोध, दृष्टि, धमकी, स्वयं, परस्पर, विवाद, सींग, प्रहार, मृत्यु, विनम्र, बुद्धिमान, सहयोग, शक्ति, ऊपर, सकुशल, सदुपयोग, समस्या, समाधान।
उत्तर- विद्यार्थी इन शब्दों को कंठस्थ करके इन्हें अपनी कापी पर लिखें।
पाठ को समझें-
(1) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
मौखिक –
(क) कितने बकरे थे?
उत्तर- दो बकरे थे ।
(ख) बकरों के नाम क्या थे?
उत्तर-गोलू और मोलू बकरों के नाम थे।
(ग) बकरियों के नाम क्या थे?
उत्तर-बकरियों के नाम चीनू और मीनू थे।
लिखित-
(क) पुल कैसा था, उसकी क्या विशेषता थी?
उत्तर-पुल संकरा (तंग) था। उस पर से एक बार में केवल एक ही पशु आ-जा सकता था।
(ख) दोनों बकरों में किस बात पर विवाद हुआ?
उत्तर- दोनों बकरे एक संकरे पुल पर विपरीत दिशा में आ रहे थे। दोनों में से एक भी पीछे हटने को तैयार नहीं था जिससे विवाद और बढ़ गया।
(ग) दोनों बकरों की मृत्यु कैसे हुई?
उत्तर- दोनों बकरों में पुल पार करने की जिद्द के कारण विवाद इतना बढ़ गया कि वह एक-दूसरे को सींगों से मारने लगे। इसी बीच दोनों के पैर फिसल गए और दोनों पुल से नीचे गिर गए जिससे दोनों की मृत्यु हो गई।
(घ) दोनों बकरियों का स्वभाव कैसा था?
उत्तर- दोनों बकरियाँ विनम्र और बुद्धिमान थीं और सहयोग की शक्ति पहचानती थी।
(ङ) दोनों बकरियाँ संकरे पुल से कैसे गुज़र गईं?
उत्तर- चीनू को आते देख मीनू नीचे बैठ गई। चीनू उसके ऊपर से निकल गई। आपसी सहयोग से दोनों ने पुल पार कर लिया।
(च) बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान कैसे किया जा सकता है?
उत्तर- बुद्धि का सदुपयोग करके बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान किया जा सकता है।
(2) रिक्त स्थान भरिए-
(क) दोनों बकरों के नाम ……….. और ……….. थे।
(ख) वे दोनों एक-दूसरे के ……….. शत्रु थे।
(ग) वह पुल इतना ……….. था कि उस पर से एक बार में एक ही पशु आ-जा सकता था।
(घ) दोनों ने एक-दूसरे पर ……….. से प्रहार करना आरंभ कर दिया।
(ङ) दोनों ही बकरियाँ ……….. और ……….. थीं।
(च) आपसी ……….. के द्वारा वे दोनों सकुशल अपने-अपने घर पहुँच गईं।
उत्तर- (क) दोनों बकरों के नाम गोलू और मोलू थे।
(ख) वे दोनों एक-दूसरे के कट्टर शत्रु थे।
(ग) वह पुल इतना संकरा था कि उस पर से एक बार में एक ही पशु आ-जा सकता था।
(घ) दोनों ने एक-दूसरे पर सींगों से प्रहार करना आरंभ कर दिया।
(ङ) दोनों ही बकरियाँ चीनू और मीनू थीं।
(च) आपसी सहयोग के द्वारा वे दोनों सकुशल अपने-अपने घर पहुँच गई।
(3) निम्नलिखित शब्दों के पर्यायवाची शब्द चुनकर लिखिए-
(झगड़ा, गुस्सा, दुश्मन, ताकत, सरिता)
शत्रु — ………….
नदी — ………….
विवाद — ………….
शक्ति — ………….
क्रोध — ………….
उत्तर-
शत्रु — दुश्मन
नदी — सरिता
विवाद — झगड़ा
शक्ति — ताकत
क्रोध — गुस्सा
(4) निम्नलिखित शब्दों का विलोम शब्दों से मिलान कीजिए-
सकरा नीचे
ऊपर समाधान
विनम्र दुरुपयोग
बुद्धिमान चौड़ा
सदुपयोग उग्र
समस्या मूर्ख
उत्तर-
संकरा चौड़ा
नीचे ऊपर
विनम्र उग्र
बुद्धिमान मूर्ख
सदुपयोग दुरुपयोग
समस्या समाधान
विलोम शब्द – एक-दूसरे का उलटा अर्थ देने वाले शब्दों को विलोम शब्द कहते हैं। जैसे- ‘दिन’ का विलोम शब्द ‘रात’ तथा ‘अच्छा’ का विलोम शब्द ‘बुरा’ है।
(5) रचनात्मक कार्य:
(क) अपनी रुचि के पशुओं के चित्र चिपकाएँ और उनके नाम लिखें।
उत्तर- इस प्रश्न का उत्तर विद्यार्थी स्वयं करें।
(ख) अपने माता-पिता से परामर्श करके दस शाकाहारी तथा दस मांसाहारी पशुओं की सूची बनाइए।
उत्तर-
शाकाहारी पशु:- गाय, हिरण, खरगोश, भेड़, हाथी, गिलहरी, भैंस, बकरी, ऊंट, कंगारू
मांसाहारी पशु:- शेर, जंगली कुत्ते, भेड़िये, भालू, बाघ, मगरमच्छ, बिल्ली, लोमड़ी, अजगर, नेवला
(ग) परस्पर सहयोग पर आधारित एक अन्य कहानी विद्यार्थियों से कक्षा में सुनें।
उत्तर-
शिकारी और चार दोस्त
एक जंगल में चार घनिष्ठ मित्र रहते थे—एक हिरण, एक कौवा, एक कछुआ और एक चूहा। वे सभी मिलकर आनंदपूर्वक दिन बिताते थे। एक दिन शिकारी ने हिरण के पैरों के निशान देखकर उस स्थान पर जाल बिछा दिया। थोड़ी देर में हिरण वहाँ आया और जाल में फँस गया। जब हिरण ने खुद को जाल में फंसा पाया, तो उसने अपने दोस्तों की मदद के लिए आवाज लगाई। अन्य तीनों दोस्त तुरंत वहाँ पहुँचे और हिरण को छुड़ाने के उपाय सोचने लगे।
हिरण ने अपनी चतुराई से मरे होने का नाटक किया। वह चित होकर लेट गया और आँखें बाहर निकाल लीं, मानो उसकी मृत्यु हो गई हो। कौवा उसकी आँखों में चोंच मारने लगा, ताकि शिकारी को यह भ्रम हो जाए कि हिरण सच में मर गया है। इस बीच चूहा धीरे-धीरे अपने नुकीले दाँतों से जाल काटने में लग गया।
तभी शिकारी वहाँ आ पहुँचा और उसने हिरण को मरा हुआ समझ लिया। उसका ध्यान कछुए पर गया, जो पास ही घूम रहा था। शिकारी ने कछुए को पकड़ने की कोशिश की और उसे उठाने में व्यस्त हो गया।
शिकारी के ध्यान भटकने का फायदा उठाकर चूहे ने जाल पूरी तरह काट दिया। हिरण फुर्ती से वहाँ से भाग खड़ा हुआ। हिरण को भागते देख शिकारी चौंक गया, और इसी बीच कौवा अपने पंजों में कछुए को उठाकर सुरक्षित स्थान पर ले गया। इस प्रकार, चारों दोस्तों ने मिलकर न केवल अपनी सूझबूझ का प्रदर्शन किया, बल्कि एकता और समझदारी से हिरण को शिकारी के चंगुल से बचा लिया।
शिक्षा-मिलजुल कर काम करने से बड़े काम भी आसान हो जाते हैं।
(6) जीवन कौशल:
‘पंचतंत्र‘ प्रेरणादायक कहानियों का विशाल संग्रह है। शिक्षक इसी तरह की प्रेरणादायक कहानी बच्चों को सुनाएँ।
उत्तर- उपरोक्त कहानी के आधार पर शिक्षक बच्चों को कहानी सुनाएँ।
Budhiman Bakriyan Class 3 Hindi Question Answers के बारे में बस इतना ही। आशा है कि आपको यह उपयोगी लगा होगा। आप इस पोस्ट के बारे में अपने विचार नीचे टिप्पणी अनुभाग (comment section) में साझा करें।
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