कविता “नमन आपको” JKBOSE के कक्षा 3 (Class 3rd of JKBOSE) के छात्रों की पाठय-पुस्तक भाषा प्रवाह भाग 3 हिंदी (Bhasha Prwah Class 3rd Hindi) का सातवाँ पाठ है। यह पोस्ट Naman Aapko Poem Class 3 Hindi Question Answers के बारे में है। इस पोस्ट में आप पाठ नमन आपको के शब्दार्थ, पाठ का सार और इसके प्रश्न उत्तर पढ़ेंगे। पिछली पोस्ट में, आपने Budhiman Bakriyan Class 3 Hindi Question Answers के बारे में पढ़ा। आइए शुरू करें:
Naman Aapko Poem Class 3 Hindi Question Answers
Naman Aapko Class 3 Hindi Poem Text (नमन आपको कविता)
नमन आपको दादी जी,
नमन आपको दादा जी ।
नमन आपको नानी जी,
नमन आपको नाना जी।
हम बच्चों की फुलवारी में,
बार-बार तुम आना जी। ॥1॥
दादा जी तुम हो जड़ें हमारी,
तुमसे ही तो है आधार।
तुमसे ही तो बने हैं सब,
अपना इतना बड़ा परिवार।
मम्मी-पापा, इन जड़ों का,
ना हो कभी मुरझाना जी। ||2||
नाना नानी को तो देखो,
कैसे भोले औघड़ दानी।
पाल-पोसकर दे दी जिसने,
अपनी जीवन-प्रेम निशानी।
ऐसी प्रेम निशानी को तुम,
बिल्कुल ना बिसराना जी। ||3||
दादा-दादी जी का ये वृक्ष,
सांस्कृतिक उपहार है ।
नाना-नानी का ये वृक्ष,
खुशियों की बहार है ।
आओ मिलकर सीखें हम सब,
यह अनमोल खजाना जी ॥4॥
Naman Apko Class 3 Poem Word Meaning (नमन आपको शब्दार्थ)
अभ्यास
शब्दार्थ-
शब्द | अर्थ |
---|---|
फुलवारी | फूलों की बगिया। |
औघड़ दानी | संन्यासी जैसा। |
उपहार | भेंट। |
बिसराना | भुलाना। |
मुरझाना | सूख जाना। |
निशानी | स्मृति चिह्न। |
अनमोल | जिसका मूल्य आंका न जा सके। |
खज़ाना | सम्पत्ति। |
Naman Apko Class 3 Hindi Poem Explanation (नमन आपको सरलार्थ)
नमन आपको दादी जी,
नमन आपको दादा जी ।
नमन आपको नानी जी,
नमन आपको नाना जी ।
हम बच्चों की फुलवारी में,
बार-बार तुम आना जी ॥ 1 ॥
प्रसंग: इस काव्यांश में कवि ने अपने दादा-दादी और नाना-नानी के प्रति सम्मान और प्रेम व्यक्त किया है। यह बच्चों के जीवन में उनके महत्वपूर्ण स्थान और उनसे मिलने वाली आत्मीयता का वर्णन करता है।
व्याख्या: कवि अपने दादा-दादी और नाना-नानी का नमन करते हुए उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट करता है। बच्चों की फुलवारी में बार-बार उनके आगमन से घर में आनंद और प्रेम का माहौल बनता है। यह पंक्तियाँ उनके आशीर्वाद और स्नेह की अनमोलता को दर्शाती हैं।
दादा जी तुम हो जड़ें हमारी,
तुमसे ही तो है आधार ।
तुमसे ही तो बने हैं सब,
अपना इतना बड़ा परिवार।
मम्मी-पापा, इन जड़ों का,
ना हो कभी मुरझाना जी।॥2॥
प्रसंग: यहाँ कवि ने दादा-दादी को परिवार की जड़ों के रूप में चित्रित किया है, जो परिवार को स्थायित्व और आधार प्रदान करते हैं।
व्याख्या: दादा-दादी को परिवार की जड़ें कहकर उनकी अहमियत को रेखांकित किया गया है। उनके बिना परिवार अधूरा है क्योंकि वे ही परिवार का आधार और परंपराओं के वाहक हैं। कवि ने यह कामना की है कि मम्मी-पापा जैसे वृक्ष इन जड़ों से जुड़कर कभी मुरझाएं नहीं। यह पंक्तियाँ पारिवारिक एकता और परंपराओं को जीवित रखने का संदेश देती हैं।
नाना नानी को तो देखो,
कैसे भोले औघड़ दानी।
पाल-पोसकर दे दी जिसने,
अपनी जीवन-प्रेम निशानी।
ऐसी प्रेम निशानी को तुम,
बिल्कुल ना बिसराना जी ॥3॥
प्रसंग: इस काव्यांश में नाना-नानी के निःस्वार्थ प्रेम और उनके त्याग का उल्लेख है। उनके योगदान को सराहते हुए, कवि उनकी महत्ता पर बल देता है।
व्याख्या: कवि नाना-नानी को भोले औघड़ दानी कहता है, जो अपने बच्चों और परिवार के लिए अपने जीवन का त्याग करते हैं। उनकी प्रेम निशानी, यानी उनके द्वारा दिए गए संस्कार और स्नेह, जीवनभर याद रखने योग्य हैं। कवि हमें यह संदेश देता है कि उनके इस अमूल्य योगदान को कभी नहीं भूलना चाहिए।
दादा-दादी जी का ये वृक्ष,
सांस्कृतिक उपहार है ।
नाना-नानी का ये वृक्ष,
खुशियों की बहार है ।
आओ मिलकर सीखें हम सब,
यह अनमोल खजाना जी ॥4॥
प्रसंग: अंतिम काव्यांश में कवि ने दादा-दादी और नाना-नानी को सांस्कृतिक और खुशियों के प्रतीक वृक्ष के रूप में चित्रित किया है।
व्याख्या: दादा-दादी और नाना-नानी परिवार की सांस्कृतिक धरोहर और खुशी के स्रोत हैं। वे अपने अनुभवों और संस्कारों के माध्यम से नई पीढ़ी को मार्गदर्शन देते हैं। कवि ने सभी को यह सीखने का आह्वान किया है कि यह धरोहर अमूल्य है और इसे संरक्षित करना चाहिए। यह पंक्तियाँ हमें पारिवारिक प्रेम और मूल्यों का महत्व सिखाती हैं।
Naman Apko Class 3 Hindi Poem Question Answers
श्रतुलेख
उपहार, वृक्ष, सांस्कृतिक, प्रेम, बिसराना, फुलवारी, मुरझाना, अनमोल, औघड़ दानी।
उत्तर- विद्यार्थी इन शब्दों को कंठस्थ करके इन्हें अपनी कापी पर लिखें पाठ को समझें-
(1) सही उत्तर चुनकर (✓) लगाओ-
(क) हमें किन का आदर करना चाहिए?
दादा का ( ) दादी का ( )
नाना का ( ) नानी का ( )
सभी का ( )
उत्तर- सभी का (✓)
(ख) किन को परिवार का अनमोल खज़ाना कहा गया है?
उपहार ( ) मिठाई ( )
धन ( ) सोना ( )
बड़े बुजुर्गों को ( )
उत्तर-बड़े बुजुर्गों को (✓)
(2) मिलान कीजिए-
औघड़ पापाजी
दादा जी बगिया
नाना जी पेड़
उपहार दादी जी
वृक्ष नानी जी
खज़ाना भेंट
फुलवारी सम्पत्ति
मम्मी जी दानी
उत्तर-
औघड़ दानी
दादा जी दादी जी
नाना जी नानी जी
उपहार भेंट
वृक्ष पेड़
खज़ाना सम्पत्ति
फुलवारी बगिया
मम्मी जी पापाजी
(3) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
मौखिक –
(क) एकांकी परिवार किसे कहते हैं ?
उत्तर-एकांकी परिवार में केवल दो माता-पिता और उनके बच्चे होते हैं।
(ख) संयुक्त परिवार किसे कहते हैं?
उत्तर-संयुक्त परिवार में दादा-दादी, चाचा-चाची और अन्य सदस्य भी मिलजुल कर एक ही घर में रहते हैं।
लिखित-
(क) बच्चों की फुलवारी में बार-बार आने के लिए किसे कहा है?
उत्तर-बच्चों की फुलवारी में बार-बार आने के लिए नाना-नानी और दादा-दादी को कहा है।
(ख) कविता में हमारी जड़ें किसे कहा गया है?
उत्तर- कविता में मम्मी-पापा को हमारी जड़ें कहा गया है।
(ग) भोले औघड़ दानी कहकर किसे सम्बोधित किया गया है?
उत्तर-भोले औघड़ दानी कहकर नाना-नानी को सम्बोधित किया गया है।
(घ) नाना-नानी ने पाल-पोस कर क्या दिया?
उत्तर- नाना-नानी ने पाल-पोस कर अपनी बेटी (मेरी माँ) को दे दिया।
(ङ) सांस्कृतिक उपहार किसे कहा गया है?
उत्तर- सांस्कृतिक उपहार दादा-दादी जी को कहा गया है।
(4) रिक्त स्थानों को पूरा कीजिए-
(क) हम ……….. की ……….. में बार-बार तुम आना जी।
(ख) दादा जी तुम हो ……….. हमारी ……….. ही तो है ………..।
(ग) नाना ……….. को तो देखो। कैसे भोले ……….. दानी।
(घ) पाल पोसकर दे दी ……….. अपनी ……….. निशानी।
(ङ) बिल्कुल ना ……….. जी। खुशियों की ……….. है।
(च) आओ ……….. सींखें ……….. ये अनमोल ……….. जी।
उत्तर-
(क) हम बच्चों की फुलवारी में बार-बार तुम आना जी।
(ख) दादा जी तुम हो जड़ें हमारी तुमसे ही तो है आधार।
(ग) नाना नानी को तो देखो। कैसे भोले औघड़ दानी।
(घ) पाल पोसकर दे दी जिसने अपनी जीवन प्रेम निशानी।
(ङ) बिल्कुल ना बिसराना जी। खुशियों की बहार है।
(च) आओ मिलकर सीखें हम सब ये अनमोल खज़ाना जी।
(5) कविता के अनुसार सही उत्तर पर (✓) तथा गलत पर (x) चिह्न लगाएँ-
(क) नमन आपको दादा जी। ( )
(ख) नमन आपको मामा जी। ( )
(ग) अपना इतना छोटा परिवार। ( )
(घ) पाल पोसकर दे दी जिसने। ( )
(ङ) अपनी जीवन प्रेम निशानी। ( )
(च) दादा-दादी जी का ये वृक्ष। ( )
उत्तर-
(क) नमन आपको दादा जी। (✓)
(ख) नमन आपको मामा जी। (X)
(ग) अपना इतना छोटा परिवार। (X)
(घ) पाल पोसकर दे दी जिसने। (✓)
(ङ) अपनी जीवन प्रेम निशानी। (✓)
(च) दादा-दादी जी का ये वृक्ष। (✓)
(6) भाषा को समझें-
- नीचे दिए गए पर्यायवाची शब्द याद कीजिए-
प्रेम — प्यार, स्नेह, अनुराग, प्रीति
वृक्ष — तरु, पेड़, विटप, शाखी
उपहार — भेंट, सौगात, दान, प्रसाद, तोहफा
सम्पत्ति — धन, खजाना, धनराशि, आय, वैभव, अधिकता
अनमोल — अमूल्य, बहुमूल्य, मोलरहित, कीमती, मूल्यवान, उत्तम, श्रेष्ठ।
उत्तर-विद्यार्थी याद करके अपनी उत्तर-पुस्तिका पर लिखें।
(7) भाषा को समझें-
- निम्न शब्दों से वाक्य बनाइए-
परिवार, उपहार, अनमोल, वृक्ष, प्रेम।
उत्तर-
परिवार- परिवार में सभी को मिलजुल कर रहना चाहिए।
उपहार- राधा ने अपनी दोस्त की वर्षगांठ पर उपहार दिया।
अनमोल- बच्चे माता-पिता के अनमोल रत्न होते हैं।
वृक्ष- पक्षी वृक्ष पर अपना घोंसला बनाते हैं।
प्रेम- हमें हमेशा छोटे भाई-बहनों के साथ प्रेम से रहना चाहिए।
(8) रचनात्मक कार्य:
(क) सभी छात्र अपनी परियोजना-पुस्तिका में अपने परिवार के सदस्यों के चित्र चिपकाएँ और उनके नाम भी लिखें।
उत्तर- विद्यार्थी अपनी उत्तर-पुस्तिका पर अपने परिवार के चित्र चिपकाएँ।
(ख) बुजुर्गों से आप कौन-सी बातों को सीखते हैं ? अपनी परियोजना- पुस्तिका में कोई पाँच बातें लिखिए।
उत्तर- बुजुर्ग हमें निम्नलिखित बातें सिखाते हैं-
(i) शिष्टाचार में रहकर बात करें और सभी का सम्मान करें।
(ii) सभी की भावनाओं और ज़रूरतों का ख्याल रखें।
(iii) आगे बढ़ने के लिए समय का सदुपयोग करें।
(iv) बच्चों को दिन की शुरुआत प्रार्थना से करनी चाहिए जिससे बच्चों में एकाग्रता बढ़ती है।
(v) कभी झूठ का सहारा नहीं लेना चाहिए। बल्कि ईमानदारी का रास्ता चुनना चाहिए।
(9) जीवन कौशल:
‘नमन आपको‘ कविता के माध्यम से कवि हमें क्या प्रेरणा दे रहे हैं? इस पर अपने मित्रों से चर्चा करें।
उत्तर- इस कविता में कवि हमें प्रेरणा देता है कि यदि बुजुर्गों का आशीर्वाद हमारे साथ है तो इससे बड़ा ख़ज़ाना कोई नहीं हो सकता है।
Naman Aapko Poem Class 3 Hindi Question Answers के बारे में बस इतना ही। आशा है कि आपको यह उपयोगी लगा होगा। आप इस पोस्ट के बारे में अपने विचार नीचे टिप्पणी अनुभाग (comment section) में साझा करें।
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