पाठ “सोने का कंगन” JKBOSE के कक्षा 3 (Class 3rd of JKBOSE) के छात्रों की पाठय-पुस्तक भाषा प्रवाह भाग 3 हिंदी (Bhasha Prwah Class 3rd Hindi) का आठवां पाठ है। यह पोस्ट Sone Ka Kangan Class 3 Hindi Question Answers के बारे में है। इस पोस्ट में आप पाठ सोने का कंगन के शब्दार्थ, पाठ का सार और इसके प्रश्न उत्तर पढ़ेंगे। पिछली पोस्ट में, आपने Naman Aapko Poem Class 3 Hindi Question Answers के बारे में पढ़ा। आइए शुरू करें:
Sone Ka Kangan Class 3 Hindi Question Answers
Sone Ka Kangan Class 3 Hindi Word Meanings
अभ्यास
शब्दार्थ-
शब्द | अर्थ |
---|---|
सदैव | हमेशा। |
मरम्मत | ठीक करना। |
भली | अच्छी। |
कामधंधा | रोज़गार। |
आश्चर्य का ठिकाना न रहना | बहुत अधिक हैरान होना। |
मन चंगा तो कठौती में गंगा | यदि मन पवित्र हो तो घर ही तीर्थ है। |
Sone Ka Kangan Class 3 Hindi Summary
गंगा स्नान और मोची की भक्ति
सुमंगल गंगा स्नान के लिए जा रहा था, तभी उसके जूते फट गए। उसने तुरंत पास के मोची को जूते मरम्मत के लिए दिए। काम खत्म होने तक सुमंगल ने मोची से कहा, “भाई, आप भी हमारे साथ गंगा स्नान के लिए चलिए।”
मोची ने मुस्कुराते हुए कहा, “मैं गरीब आदमी हूँ। गंगा स्नान के लिए जाऊँगा तो मेरा काम और समय दोनों नष्ट होंगे।”
तब तक जूतों की मरम्मत हो चुकी थी। जब सुमंगल जाने लगा, तो मोची ने उसे रोका। उसने कुछ फूल और सुपारियाँ सुमंगल के हाथ में देते हुए कहा, “इन्हें गंगा माँ की भेंट चढ़ा देना, लेकिन ध्यान रहे, यह भेंट तभी देना जब गंगा माँ अपने हाथ से इसे स्वीकार करें।”
स्नान के बाद सुमंगल को मोची की दी हुई वस्तुओं की याद आई। उसने गंगा माँ से प्रार्थना की, “हे गंगा माँ, यह फूल और सुपारियाँ आपके लिए हैं। इन्हें स्वीकार करें।” तभी अचानक गंगा नदी के पानी से एक हाथ बाहर आया और उसने भेंट ले ली।
इसके बाद, गंगा माँ ने सुमंगल को एक सोने का कंगन दिया और कहा, “यह मेरे उस भक्त को दे देना जिसने यह भेंट भेजी थी और उससे कहना कि गंगा माँ ने उसकी भेंट स्वीकार कर ली है।”
कंगन देखकर सुमंगल को लालच आ गया। उसने कंगन अपनी पत्नी को दिखाया। उसकी पत्नी ने कहा, “यह कंगन रखना सही नहीं होगा। इसे राजा को दे देना चाहिए।”
सुमंगल ने राजा को कंगन दे दिया। कंगन देखकर राजा ने सुमंगल को वैसा ही एक और कंगन लाने का आदेश दिया। राजा ने यह भी धमकी दी कि अगर अगला कंगन नहीं लाया, तो उसे मृत्यु दंड मिलेगा।
सुमंगल घबरा गया और भागकर मोची के पास पहुँचा। उसने रोते हुए पूरा हाल सुनाया।
मोची शांत स्वर में बोला, “चिन्ता मत करो।” उसने पास रखी पानी से भरी कठौती में हाथ डाला और वैसा ही एक दूसरा सोने का कंगन निकालकर सुमंगल को दे दिया।
सुमंगल ने वह कंगन राजा को दिया। राजा ने प्रसन्न होकर उसे बहुत सारा धन दिया। सुमंगल ने वह धन मोची को जाकर देना चाहा, लेकिन मोची ने लेने से इनकार कर दिया।
यह कहानी हमें सिखाती है कि सच्ची भक्ति और सेवा का फल अवश्य मिलता है। गंगा माँ जैसे ईश्वर के आशीर्वाद उनके सच्चे भक्तों पर हमेशा बरसते हैं।
Sone Ka Kangan Class 3 Hindi Question Answers
श्रुतलेख
गंगा, मोची, आश्चर्य, सदैव, कंगन, भेंट, फूल, स्नान, व्यक्ति, कण्ठ, कठौती, धंधा, नष्ट।
उत्तर- विद्यार्थी इन शब्दों को कंठस्थ करके इन्हें अपनी कापी पर लिखें। पाठ को समझें-
- पाठ में आए संज्ञा शब्दों को खोजिए और लिखिए–
उत्तर- गंगा, सुमंगल, सोना, संत रविदास जी ।
- वाक्य बनाइए-
(क) माता — ………………….
(ख) गंगा — ………………….
(ग) मोची — ………………….
(घ) कंगन— ………………….
(ङ) दण्ड — ………………….
उत्तर-
(क) माता — गाय हमारी माता है ।
(ख) गंगा — गंगा में स्नान करने से शरीर शुद्ध होता है।
(ग) मोची — मोची जूते बनाता है।
(घ) कंगन — कंगन पाकर मेरी माता जी बहुत खुश हुए।
(ङ) दण्ड — राजा ने अपराधी को मृत्यु दण्ड दिया।
(3) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
मौखिक-
(क) कुछ प्रसिद्ध संतों के नाम बताइए।
उत्तर-गुरु रविदास जी, कबीर दास जी, गुरु नानक देव जी, महावीर बुद्ध, तुलसीदास आदि ।
(ख) इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है?
उत्तर- इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है यदि हमारे मन में किसी के लिए मैल नहीं है या हमारा मन पवित्र है तो हमारे लिए घर पर ही तीर्थ है।
लिखित-
(क) मोची का ध्यान कहाँ रहता था?
उत्तर- मोची का ध्यान अपने काम पर ही रहता था।
(ख) मोची ने सुमंगल को क्या दिया?
उत्तर – मोची ने सुमंगल को कुछ सुपारियाँ और फूल दिए ।
(ग) गंगा माता ने सुमंगल को क्या दिया?
उत्तर-गंगा माता ने सुमंगल को एक सोने का कंगन दिया।
(घ) मोची ने दूसरा कंगन कहाँ से दिया?
उत्तर-मोची ने दूसरा कंगन सामने पड़ी पानी की कठौती में से निकाल कर दे दिया।
(ङ) यह पाठ किस महापुरुष से संबंधित है?
उत्तर- यह पाठ सुप्रसिद्ध संत रविदास जी से संबंधित है।
(4) उचित शब्दों से रिक्त स्थानों को पूर्ण कीजिए-
(क) सुमंगल के ………… फट गए।
(ख) इन जूतों से ………… तक ………… असम्भव था।
(ग) उसने गंगा माता को ………… करते हुए कहा।
(घ) गंगा माँ उस ………… ने आपके लिए कुछ ………… भेजी हैं।
(ङ) गंगा माता की ………… सुनकर ………… को बड़ा आश्चर्य हुआ ।
(च) कंगन को पाकर ………… को ………… आ गया।
(छ) उसे अपनी ………… सामने खड़ी ………… दे रही थी।
(ज) मन ………… तो कठौती में ………… ।
उत्तर-
(क) सुमंगल के जूते फट गए।
(ख) इन जूतों से गंगा जी तक पहुँचना असम्भव था।
(ग) उसने गंगा माता को संबोधित करते हुए कहा।
(घ) गंगा माँ उस मोची ने आपके लिए कुछ फूल और सुपारियाँ भेजी हैं ।
(ङ) गंगा माता की बात सुनकर सुमंगल को बड़ा आश्चर्य हुआ।
(च) कंगन को पाकर सुमंगल को लालच आ गया।
(छ) उसे अपनी मृत्यु सामने खड़ी दिखाई दे रही थी।
(ज) मन चंगा तो कठौती में गंगा।
(5) निम्नांकित वाक्य किसने किससे कहे?
(क) “हे गंगा माँ । उस मोची ने आपके लिए कुछ फूलं व सुपारियाँ भेजी हैं। इन्हें ले लीजिए।”
उत्तर-सुमंगल ने गंगा माता से कहे।
(ख) “यदि कल तक दूसरा कंगन नहीं मिला तो तुम्हें मृत्यु दण्ड दिया जाएगा।“
उत्तर-राजा ने सुमंगल से कहे।
(ग) “आप चिन्ता न करें, गंगा माता भला करेंगी।”
उत्तर- मोची ने सुमंगल से कहे।
(घ) “आप इसे ले जाइए, भगवान् ने मुझे सब कुछ दिया है, मुझे कुछ नहीं चाहिए।“
उत्तर-मोची ने सुमंगल से कहे।
(6) भाषा को समझें-
- निम्नलिखित शब्दों के पर्यायवाची लिखें-
(क) कंगन (घ) गंगा
(ख) मोची (ङ) भगवान्
(ग) राजा (च) कण्ठ।
उत्तर-
(क) कंगन — गहना
(घ) गंगा — भागीरथी
(ख) मोची — जूता निर्माण
(ङ) भगवान् — ईश्वर
(ग) राजा — नृप
(च) कण्ठ — गला।
(7) चित्र देखकर संतों के नाम बताइए-
(क)
उत्तर-गुरु रविदास जी।
(ख)
उत्तर-कबीर दास जी।
(ग)
उत्तर-गुरु नानक देव जी
(घ)
उत्तर-तुलसीदास जी
(ङ)
उत्तर- महावीर बुद्ध ।
(8) जीवन कौशल:
इस कहानी से शिक्षा लेते हुए विद्यार्थी को अपने जीवन में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए?
उत्तर-
करो | मत करो |
---|---|
(i) ईमानदारी से अपना निर्वाह करना चाहिए। | (i) हमें लालच नहीं करना चाहिए। |
(ii) हमेशा अपने काम पर ध्यान देना चाहिए। | (ii) इधर-उधर की बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। |
(iii) हमें अपने मन में सभी के प्रति प्रेम और आदर भाव रखना चाहिए। | (iii) हमें किसी के प्रति मन में क्रोध और द्वेष नहीं रखना चाहिए। |
Sone Ka Kangan Class 3 Hindi Question Answers के बारे में बस इतना ही। आशा है कि आपको यह उपयोगी लगा होगा। आप इस पोस्ट के बारे में अपने विचार नीचे टिप्पणी अनुभाग (comment section) में साझा करें।
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