पाठ “दोस्त की पोशाक” JKBOSE के कक्षा 4 (JKBOSE Class 4th Hindi) की पाठ्य-पुस्तक सरस भारती भाग 4 हिंदी का दसवां (Chapter 10) पाठ है। यह पोस्ट Dost ki Poshak JKBOSE Class 4 Hindi Question Answers के बारे में है। इस पोस्ट में आप पाठ ” दोस्त की पोशाक” के शब्दार्थ, सारांश और उससे जुड़े प्रश्न उत्तर (Dost ki Poshak JKBOSE Class 4 Hindi Chapter 10 Question Answers) पढ़ेंगे। पिछली पोस्ट में, आपने Kirmich ki Gend JKBOSE Class 4 Hindi Question Answers के बारे में पढ़ा। आइए शुरू करें:
Dost ki Poshak JKBOSE Class 4 Hindi Question Answers
Dost ki Poshak Class 4 Hindi Word Meaning (दोस्त की पोशाक शब्दार्थ)
शब्दों | अर्थ |
---|---|
गपशप | इधर-उधर की बातें। |
दोस्त | मित्र। |
मामूली | साधारण। |
भड़कीली | चमकीली |
अचकन | अँगरखे की तरह का एक लंबा पहनावा। |
मुलाकात | भेंट |
बनठन कर | तैयार होकर, सज-संवर कर। |
खास | विशेष। |
गर्मजोशी | उत्साहपूर्वक। |
स्वागत सत्कार | आवभगत; ख़ातिरदारी |
Dost ki Poshak Chapter Summary (दोस्त की पोशाक पाठ का सार)
एक बार नसीरुद्दीन अपने पुराने दोस्त जमाल साहब से मिले और काफी देर तक बातचीत की। उसने अपने दोस्त से इलाके में घूमने के बारे में पूछा। जमाल साहब बाहर जाना चाहते थे लेकिन उन्होंने जो ड्रेस पहनी थी वह अच्छी नहीं थी। जब नसीरुद्दीन ने उन्हें अपनी एक शानदार अचकन पहनने के लिए दे दी। बनठन कर घूमने जब बाहर निकले तो नसीरुद्दीन ने उन्हें अपने पड़ोसी से मिलवाया और कहा कि वह उनके खास दोस्त जमाल साहब हैं और उन्होंने जो अचकन पहनी है वह उनकी (नसीरुद्दीन) की है। इस परिचय से जमाल साहब शर्मिंदा हुए।
बाहर आकर उन्होंने नसीरुद्दीन को समझाया कि उन्हें अपने पड़ोसी को अचकन के बारे में इस तरह नहीं बताना चाहिए था। जब वे दोनों हुसैन साहब के पास गए तो नसीरुद्दीन ने जमाल साहब के बारे में बताया कि जमाल साहब उनके पुराने दोस्त थे और उन्होंने जो अचकन पहनी थी वह उनकी अपनी थी। इस झूठ पर जमाल साहब को गुस्सा आ गया और उन्होंने उन्हें समझाया कि ड्रेस के बारे में बात नहीं की जाना चाहिए। उन दोनों की मुलाकात एक और पड़ोसी से हुई। नसीरुद्दीन ने उनका परिचय कराया और कहा कि वह जमाल साहब हैं और उनकी अचकन के बारे में चुप रहना ही उनके लिए बेहतर है।
Dost ki Poshak Class 4 Hindi Chapter 10 Question Answers
अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर
तुम्हारे सवाल
कहानी के बारे में कोई पाँच प्रश्न बना कर नीचे दी गई जगह में लिखो। कॉपी में उनके उत्तर लिखो ।
(क) कहानी में किन दोस्तों के मिलने की बात कही गई है?
उत्तर – कहानी में नसीरुद्दीन और उनके बहुत पुराने दोस्त जमाल साहब के मिलने की बात कही गई है।
(ख) नसीरुद्दीन ने अपने दोस्त को अपनी अचकन क्यों दी थी?
उत्तर – नसीरुद्दीन ने अपने दोस्त जमाल साहब को अपनी भड़कीली अचकन पहनने के लिए दी थी क्योंकि उनके द्वारा पहले से पहनी गई पोशाक अच्छी नहीं थी।
(ग) नसीरुद्दीन ने अपने दोस्त को पहनने के लिए क्या दिया था?
उत्तर – नसीरुद्दीन ने अपने दोस्त को पहनने के लिए एक भड़कीली अचकन दी थी।
(घ) नसीरुद्दीन के द्वारा पड़ोसी से पोशाक के विषय में कही गई बात सुन कर जमाल साहब को कैसा महसूस हुआ था?
उत्तर- जमाल साहब को नसीरुद्दीन के द्वारा पड़ोसी से कही गई बात सुन कर काफी शर्म महसूस हुई थी। उन्हें अपमान अनुभव हुआ था।
(ङ) नसीरुद्दीन का स्वभाव कैसा था?
उत्तर – नसीरुद्दीन दिखावा पसंद था। वह दूसरे लोगों को बताना चाहता था कि उसके मित्र के पास अच्छी पोशाक नहीं थी इसलिए उसने उन्हें सुंदर और भड़कीली पोशाक पहनने के लिए दी थी।
तुम्हारी बात
नसीरुद्दीन और जमाल साहब बनठन कर घूमने के लिए निकले।
(क) तुम बनठन कर कहाँ-कहाँ जाते हो?
उत्तर- (क) मैं किसी विशेष समारोह पर जाने के लिए बनठन कर तैयार होता हूँ। किसी महोत्सव, जन्म दिन, शादी, मम्मी-पापा के मित्रों के घर, रिश्तेदारी में जाने के लिए बनता -ठनता हूं ।
(ख) तुम किस-किस तरह से बनते-ठनते हो?
उत्तर – मैं सुंदर – सी जीन्स के साथ मैचिंग कमीज़ या टी शर्ट पहनता हूं। मेरे जूते भी ड्रेस के अनुसार ही होते हैं।
तुम्हारी समझ से
(क) तीसरे मकान से बाहर निकल कर जमाल साहब ने नसीरुद्दीन से क्या कहा होगा?
उत्तर- तीसरे मकान से बाहर निकल कर जमाल साहब ने नसीरुद्दीन से कहा होगा कि अब घर वापस चलो। मुझे अपनी पोशाक पहन कर वापस अपने घर जाना है।
(ख) जमाल साहब अपने मामूली से कपड़ों में क्या करते हो? घूमने क्यों नहीं जाना चाहते होंगे?
उत्तर – जमाल साहब को अपने मामूली से कपड़ों में घूमने में शर्म आती होगी।
(ग) नसीरुद्दीन अपनी अचकन के बारे में हमेशा क्या बताते होंगे?
उत्तर- नसीरुद्दीन अपनी अचकन के बारे में हमेशा बताते होंगे क्यूंकि वह स्वाभाव से दिखावा पसंद व्यक्ति रहे होंगे।
गपशप
जब जमाल साहब और नसीरुद्दीन हुसैन साहब के घर से बाहर निकले तो उन्होंने अपनी बेगम को नसीरुद्दीन और जमाल साहब से मुलाकात का किस्सा सुनाया। उन दोनों के बीच में क्या बातचीत हुई होगी ? लिख कर बताओ।
बेगम – कौन आया था ?
हुसैन साहब – नसीरुद्दीन अपने दोस्त के साथ आया था।
बेगम – …………………………….
उत्तर – बेगम – कौन आया था?
हुसैन साहब – नसीरुद्दीन अपने दोस्त के साथ आया था।
बेगम – क्या कोई काम था, उन्हें ?
हुसैन साहब – नहीं। वैसे ही मिलने आ गए थे वे दोनों।
बेगम – पर आप परेशान से क्यों हो?
हुसैन साहब – मुझे एक बात समझ नहीं आ रही ।
बेगम – क्या ?
हुसैन साहब – नसीरुद्दीन कह रहा था कि उनके मित्र ने जो पोशाक पहन रखी थी वह उनकी ही थी।
बेगम – तो इसमें समझ न आने की बात क्या है ? उनकी पोशाक वही तो पहनेंगे।
हुसैन साहब – यही तो । नसीरुद्दीन ने ऐसा क्यों कहा- यह मुझे समझ नहीं आ रहा ।
घूमना-फिरना
नसीरुद्दीन ने कहा, चलो दोस्त, मोहल्ले में घूम आएँ । जब नसीरुद्दीन अपने दोस्त से मिले, वे उसे अपना मोहल्ला दिखाने ले गए।
जब तुम अपने दोस्तों से मिलते हो, तब क्या-क्या करते हो?
उत्तर – जब मैं अपने दोस्तों से मिलता हूं तो हम मिल कर खेल कूद और गपशप करते हैं। स्कूल की बातें करते हैं। अपने अध्यापक-अध्यापिकाओं की बातें करते हैं।
करके दिखाओ
नीचे कुछ वाक्य लिखे हैं । तुम्हें इनका अभिनय करना है। तुम चाहो तो कहानी में देख सकते हो कि इन कामों का ज़िक्र कहाँ आया है।
- बनठन कर घूमने के लिए निकलना ।
- जड़ों पानी पड़ना ।
- मुँह बना कर शिकायत करना ।
- गर्मजोशी से स्वागत करना।
- नाराज़ होना ।
- देखते ही रह जाना ।
- घड़ों पानी पड़ना ।
नसीरुद्दीन की बात सुन कर जमाल साहब पर तो मानो घड़ों पानी पड़ गया।
(क) ‘घड़ों पानी पड़ना’ एक मुहावरा है। इसका क्या मतलब हो सकता है? पता लगाओ। तुम इसका मतलब पता करने के लिए अपने साथियों या बड़ों से बातचीत कर सकते हो या शब्दकोश देख सकते हो ।
(ख) इस मुहावरे को सुन कर मन में एक चित्र- सा बनता है। तुम भी किन्हीं दो मुहावरों के बारे में चित्र बनाओ। कुछ मुहावरे हम देते हैं । तुम चाहो तो इनमें से कोई पसंद कर सकते हो-
- सिर मुंडाते ही ओले पड़ना
- ऊँट के मुँह में जीरा
- दीए तले अंधेरा
- ईद का चाँद
कौन है कैसा
नसीरुद्दीन एक भड़कीली अचकन निकाल कर लाए । भड़कीली शब्द बता रहा है कि अचकन कैसी थी। कहानी में से ऐसे ही और शब्द छाँटो जो किसी के बारे में कुछ बताते हों। उन्हें छाँटकर नीचे दी गई जगह में लिखो ।
देखें, कौन सबसे ज़्यादा ऐसे शब्द ढूँढ़ पाता है ।
पुराना दोस्त | ………… | ………… |
………… | ………… | ………… |
………… | ………… | ………… |
उत्तर –
पुराना दोस्त | बड़े खुश | कुछ देर |
मामूली-सी पोशाक | इतनी-सी बात | भड़कीली अचकन |
खूब अच्छे | खास दोस्त | सालों बाद |
भड़कीली, पुराना जैसे शब्द किसी के बारे में कुछ खास या विशेष बात बता रहे हैं । इसलिए इन्हें विशेषण कहते हैं।
पास-पड़ोस
पड़ोस के घर में जाकर नसीरुद्दीन पड़ोसी से मिले। तुम अपने पड़ोसी बच्चों के साथ बहुत-से खेल खेलते हो। पर क्या तुम उनके परिवार के बारे में जानते हो ?
चलो, दोस्तों के बारे में और जानकारी इकट्ठी करते हैं । यदि तुम चाहो तो उनसे ये बातें पूछ सकते हो-
- घर में कुल कितने लोग हैं?
- उनके नाम क्या हैं?
- उनकी आयु क्या है?
- वे क्या काम करते हैं?
इस सूची में तुम अपने मन से बहुत से सवाल जोड़ सकते हो।
शब्दों का हेरफेर
झूठा – जूठा
इन शब्दों को बोल कर देखो। मिलती-जुलती आवाज़ वाले शब्द हैं। ज़रा से अंतर से भी शब्द का अर्थ बदल जाता है ।
नीचे इसी तरह के कुछ शब्दों के जोड़े दिए गए हैं। इन सबके अर्थ अलग-अलग हैं। इन शब्दों का वाक्यों में प्रयोग करो ।
घड़ा—गढ़ा घूम-झूम राज-राज़
फ़न – फन सजा – सज़ा खोल – खौल
उत्तर – घड़ा – घड़े में पानी कम है।
गढ़ा – सुनार ने सुंदर गहना गढ़ा।
घूम – चलो कहीं घुम कर आते हैं।
झूम – नौकरी लगने की खबर सुनते ही मेरा दोस्त झूम उठा।
राज – देश की स्वतंत्रता से पहले देश में राजा राज किया करते थे।
राज़ – उसकी मेहनत उसकी सफलता का राज़ है।
फ़न – मेरा दोस्त हर फ़न में लाजवाब है।
फन – नाग अपना फन फैलाता है।
सजा – दूल्हे की कार को सजा दिया गया है।
सज़ा- अपराधी को सज़ा दी जानी चाहिए।
खोल – मैंने गाड़ी का दरवाज़ा खोला।
खौल – कढ़ाई में तेल खौल रहा है।
Dost ki Poshak JKBOSE Class 4 Hindi Question Answers के बारे में बस इतना ही। आशा है कि आपको यह उपयोगी लगा होगा। आप इस पोस्ट के बारे में अपने विचार नीचे टिप्पणी अनुभाग (comment section) में साझा करें।
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