पाठ ” तवी की आत्म कथा” JKBOSE के कक्षा 4 (JKBOSE Class 4th Hindi) की पाठ्य-पुस्तक सरस भारती भाग 4 हिंदी का सातवां पाठ है। यह पोस्ट Tawi Ki Aatm Katha Chapter 7 Question Answers के बारे में है। इस पोस्ट में आप पाठ ” तवी की आत्म कथा ” के शब्दार्थ, सारांश और उससे जुड़े प्रश्न उत्तर (Tawi Ki Aatm Katha JKBOSE Class 4 Hindi Question Answers) पढ़ेंगे। पिछली पोस्ट में, आपने Srinagar Se Leh Ki Yatra JKBOSE Class 4 Hindi Question Answers के बारे में पढ़ा। आइए शुरू करें:
Tawi Ki Aatm Katha Chapter 7 Question Answers
Tawi Ki Aatm Katha Word Meaning (तवी की आत्म कथा शब्दार्थ)
शब्द | अर्थ |
---|---|
स्थल | जगह। |
जलाशय | सोता, चश्मा । |
निर्जन | सूना। |
वनों | जंगलों । |
देवालय | मंदिर, देवताओं का घर । |
प्राचीन | पुराने। |
स्वच्छ | साफ़। |
ऊबड़-खाबड़ | ऊँचे- नीचे। |
महादेव जी | शिव जी । |
हर्ष | खुशी, प्रसन्न । |
जन-जन | लोगों की। |
विस्मय | हैरान । |
पाट | मार्ग । |
आवाजाही | आना-जाना। |
छावनियों | सैनिकों का विश्राम (रहने का) स्थल । |
व्याकुल | अधीर, बेचैन । |
रुख | दृष्टि, रास्ता । |
संकल्प | निश्चय, पक्का इरादा। |
परंपरा | रिवाज । |
तल | ज़मीन । |
Tawi Ki Aatm Katha Chapter Summary (तवी की आत्म कथा पाठ का सार)
भद्रवाह, जम्मू-कश्मीर राज्य का एक शानदार स्थल है, जिसे “छोटा कश्मीर” के नाम से पुकारा जाता है। इस प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर इस क्षेत्र में एक ऊँचे पहाड़ पर “वासुकिकुंड” नामक एक जलाशय स्थित है, जो एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यही मेरा जन्मस्थान है । जन्म के समय मैं एक छोटे पहाड़ी – नाले के रूप में बहती हूँ । जगह-जगह कई और छोटे-छोटे सुंदर स्रोतों तथा बर्फीले नालों का पानी मुझमें आकर मिलता है । इन से मेरा आकार बढ़ता जाता है ।
तवी नदी को “सूर्य-पुत्री” के रूप में जाना जाता है और इसे पवित्र माना जाता है। इसे “तविशी” भी कहा जाता है, जो प्राचीन ग्रंथों में उल्लिखित है। तवी नदी के किनारे पर कई प्राचीन मंदिर, घाट, और धार्मिक स्थल स्थित हैं, जो यहाँ के लोगों के लिए धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व रखते हैं। यहाँ पर विशेष रूप से शिव मंदिर प्रसिद्ध हैं और इसे यात्रियों द्वारा बहुत भक्ति और समर्पण के साथ पूजा जाता है।
तवी नदी की यात्रा आत्मा को शांति और संतुष्टि की अनुभूति दिलाती है और इसे एक धार्मिक सफर के रूप में भी देखा जाता है। यहाँ पर आने वाले पर्यटक और यात्री अपनी भक्ति और समर्पण के साथ प्रार्थना करते हैं और तवी नदी के पावन पानी में स्नान करते हैं।
तवी नदी अनेक पर्वतों को पार करती हुई मानतलाई, विनिसंग और दशालय से होते हुए बहती है। इन तीनों स्थानों पर तीर्थ स्थान हैं, जहाँ सैकड़ों यात्री आकर नहाते हैं और पूजा – अर्चना करते हैं । सुद्ध महादेव तवी किनारे पर बसा एक गाँव है । यह महादेव जी के मंदिर के कारण प्रसिद्ध है । इस तीर्थ स्थान पर हर साल बड़ा मेला लगता है ।
सुद्ध महादेव से कहीं समतल तो कहीं ऊबड़-खाबड़ स्थलों पर यात्रा करती हुई तवी नदी देविका पहुँच जाती है। देविका एक पवित्र धाम है । जहाँ लोग नवरात्रों में पूजा-अर्चना करते हैं । नगरोटा के पास तवी नदी फैल जाती और इसकी गति धीमी हो जाती है । नगरोटा से जम्मू तक तवी का पथ रेतीला है । मेरा पाट कहीं-कहीं सैकड़ों मीटर चौड़ा हो जाता है। नगरोटा के पास तवी के दाएँ किनारे पर “सीतला माता का प्राचीन मंदिर है ।
बाढ़ के समय तवी का विशालकाय रूप देखने को मिलता है। सन् 1950 की बाढ़ से तवी का आकार इतना फैल गया था कि बाई ओर इसने महामाया मंदिर की पहाड़ी को छुआ तो दाईं ओर अमरमहल और मुबारकमंडी वाली पहाड़ी इसकी लपेट में आ गयी थी।
आज से लगभग तीस वर्ष पहले तक जम्मू शहर केवल दाएँ किनारे की पहाड़ी पर लगभग 40-50 वर्ग किलोमीटर पर बसा हुआ था । अब तो यह फैलकर कई गुणा बढ़ गया है। मंदिरों के इस शहर ने शांति और भाई-चारे की परंपरा को कठिन समय में भी बनाए रखा है।
जम्मू शहर से निकलकर तवी दो शाखाओं “निक्की तवी” और “बड़ी तवी ” में बंट जाती है। “निक्की तवी” के रूप में यह मंडाल, सोहंजना, मकवाल से गुज़रती हुई चिनाब से जा मिलती है और “बड़ी तवी” के रूप में भगतपुर से होते हुए चिनाब में ही गिर कर तवी अपनी यात्रा समाप्त करती है ।
Tawi Ki Aatm Katha Class 4 Hindi JKBOSE Question Answers
अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर
(1) बताएँ और लिखें-
(क) भद्रवाह को किस नाम से जाना जाता है ?
उत्तर – भद्रवाह को ‘छोटा कश्मीर’ के नाम से जाना जाता है।
(ख) तवी का जन्म स्थान कहाँ है ?
उत्तर – भद्रवाह में ही एक ऊँचे स्थान पर ‘वासुकिकुंड’ नामक जलाशय ही तवी का जन्मस्थान है।
(ग) तवी का पुराना नाम क्या है?
उत्तर – तवी का पुराना नाम ‘तविशी’ है।
(घ) तवी के पानी की गति किस स्थान से धीमी होने लगती है?
उत्तर – नगरोटा के पास आकर तवी के पानी की गति धीमी होने लगती है ।
(2) सही कथन के सामने (🗸) तथा गलत कथन के सामने (x) लगाएँ —
(क) भद्रवाह जम्मू-कश्मीर राज्य का सुंदर स्थल है। ()
(ख) जन्म के समय तवी का आकार बहुत बड़ा होता है। ()
(ग) तवी के किनारों पर कई प्रसिद्ध तीर्थ स्थान बने हैं। ()
(घ) सुद्ध महादेव तवी के किनारे पर बसा एक गाँव है। ()
(ङ) बाढ़ के समय तवी का आकार घट जाता है। ()
उत्तर (क) भद्रवाह जम्मू-कश्मीर राज्य का सुंदर स्थल है। (🗸)
(ख) जन्म के समय तवी का आकार बहुत बड़ा होता है। (x)
(ग) तवी के किनारों पर कई प्रसिद्ध तीर्थ स्थान बने हैं। (🗸)
(घ) सुद्ध महादेव तवी के किनारे पर बसा एक गाँव है। (🗸)
(ङ) बाढ़ के समय तवी का आकार घट जाता है। (x)
(3) पढ़ें, समझें और लिखें-
(i) देवालय = देव + आलय
(ii) हिमालय = …….. + ……..
(iii) शिवालय = …….. + ……..
(iv) दशालय = = …….. + ……..
उत्तर- संधि-विच्छेद-
(i) देवालय = देव + आलय ।
(ii) हिमालय = हिम + आलय ।
(iii) शिवालय = शिव + आलय ।
(iv) दशालय = दश + आलय ।
(4) सही शब्दों से वाक्य पूरे करें- (जलाशय, नाले, तवी, पर्वतों, सुद्ध महादेव)
(क) …………… तवी के किनारे पर बसा एक गाँव है।
(ख) भद्रवाह में एक ऊँचे पहाड़ पर वासुकिकुंड नामक एक …………… है ।
(ग) तवी को अपनी यात्रा में अनेक …………… से गुज़रना पड़ता है।
(घ) जन्म के समय तवी छोटे …………… के रूप में बहती है।
(च) बाढ़ के समय…………… अपने आपको बस में नहीं रख पाती।
उत्तर- (क) सुद्ध महादेव (ख) जलाशय (ग) पर्वतों (घ) नाले (च) तवी ।
(5) पढ़ें और समझें-
(क) सुंदर —
कुंड —
जंगल —
मंगल —
पहुँच —
दायाँ —
ऊँट —
ऊँचा —
उत्तर – उपर्युक्त शब्दों द्वारा विद्यार्थियों को अनुस्वार ( ं) (बिंदी) तथा अनुनासिक ( ँ) (चंद्र बिंदु) का परिचय दिया गया है।
(6) पढ़ें और लिखें —
प्राचीन ग्रंथों में तवी का नाम तविषी बताया गया है।
…………………………..
उत्तर – विद्यार्थी स्वयं लेखन अभ्यास अपनी अभ्यास-पुस्तिकाओं पर करें।
(7) जम्मू-कश्मीर की चार प्रसिद्ध नदियों के नाम लिखें।
उत्तर – जम्मू-कश्मीर की चार प्रसिद्ध नदियों के नाम-
(i) चिनाब
(ii) रावी
(iii) जेहलम
(iv) तवी ।
(8) पढ़ें और समझें: –
जलाशय – झील, तालाब, सोता, चश्मा
चट्टान – पत्थर का बड़ा खंड, शिला
निर्जन – जिस स्थान में कोई मनुष्य न हो
देवालय – देवस्थान, मंदिर
पाट – विस्तार, फैलाव, चौड़ाई
छावनी – सेना के रहने- ठहरने की जगह
राजमार्ग – राजपथ, मुख्यमार्ग
उत्तर- उपरोक्त सभी शब्द एक दूसरे के शब्दार्थ हैं।
Tawi Ki Aatm Katha Chapter 7 Question Answers के बारे में बस इतना ही। आशा है कि आपको यह उपयोगी लगा होगा। आप इस पोस्ट के बारे में अपने विचार नीचे टिप्पणी अनुभाग (comment section) में साझा करें।
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