पाठ ” मुफ्त ही मुफ्त ” JKBOSE के कक्षा 4 (JKBOSE Class 4th Hindi) की पाठ्य-पुस्तक सरस भारती भाग 4 हिंदी का बारहवां (Chapter 14) पाठ है। यह पाठ भारतीय बाल साहित्य लेखिका ममता पाण्ड्या द्वारा लिखित और संध्या राव द्वारा अनुवादित कहानी है। यह पोस्ट Muft Hi Muft JKBOSE Class 4 Question Answers के बारे में है। इस पोस्ट में आप पाठ ” मुफ्त ही मुफ्त ” के शब्दार्थ, सारांश और उससे जुड़े प्रश्न उत्तर (Muft Hi Muft JKBOSE Class 4 Hindi Chapter 14 Question Answers) पढ़ेंगे। पिछली पोस्ट में, आपने Padakku Ki Sujh JKBOSE Class 4 Hindi Chapter 13 Question Answers के बारे में पढ़ा। आइए शुरू करें:
Muft Hi Muft JKBOSE Class 4 Question Answers
Muft Hi Muft Shabd Arth (मुफ्त ही मुफ्त शब्दार्थ)
Muft Hi Muft Class 4 Summary (मुफ्त ही मुफ्त कहानी का सार)
एक दिन, भीखू भाई को मन में बड़ी इच्छा नारियल के साथ शक्कर खाने की हुई। लेकिन उनके घर में नारियल नहीं था। भीखू भाई कुछ खर्च नहीं करना चाहते थे, क्योंकि वे परले दर्जे के कंजूस थे। पर उनकी इच्छा ने उन्हें बाजार जाने पर मजबूर किया।
बाजार में, भीखू भाई एक नारियल बेचने वाले के पास पहुँचे और उससे एक नारियल की कीमत पूछी। उसने बताया कि नारियल का दाम दो रुपये है। भीखू भाई चाहते थे कि वे इसे एक रुपया में ही ले लें। तब नारियल वाले ने उन्हें मंडी की ओर भेज दिया, जहाँ नारियल एक रुपये में मिल जाता।
मंडी में पहुंचकर, भीखू भाई ने एक और नारियल बेचने वाले से भाव पूछा, उसने एक नारियल का दाम एक रुपया बताया। भीखू भाई को लगा कि नारियल का भाव पच्चीस पैसे होना चाहिए, क्योंकि वे इतनी दूर तक आए हैं। लेकिन नारियल वाले ने उन्हें बताया कि पच्चीस पैसे में नारियल सिर्फ नारियल बगीचे में मिलेगा।
इसलिए, भीखू भाई और नारियल वाले की बात सुनकर, वे नारियल बगीचे की ओर चले गए। वहाँ पहुंचकर, उन्हें माली ने बड़े-बड़े नारियल दिखाए, पर वे उससे नारियल मुफ्त में मांगे। माली ने उन्हें बताया कि पच्चीस पैसे में नारियल तोड़ने के हैं, और अगर मुफ्त चाहिए तो उन्हें पेड़ पर चढ़ना होगा और खुद तोड़ना होगा।
भीखू भाई को यह सुनकर अच्छा लगा। वे पेड़ पर चढ़े, पर उनके पाँव फिसल गए। उन्होंने नीचे खड़े माली से सहायता मांगी, लेकिन उसने इनकी मदद की प्रत्युत्तर देने से इनकार कर दिया।
तभी एक ऊँटवाला वहाँ से गुज़रा। भीखू भाई ने उससे सहायता मांगी, और वह उनके पैर पेड़ पर टिकाने को तैयार हो गया। पर जैसे ही ऊँट ने उनके पाँव पकड़े, तब उसकी गर्दन पर हरे-हरे पत्ते दिखाई दिए और उसने अपनी गर्दन झुकाई और अपने स्थान से हट गया। अपनी जान बचाने के लिए ऊँट वाले ने कस कर भीखू भाई के पाँव पकड़ लिए और हवा में लटक गया। पेड़ पर लटके हुए दोनों सहायता के लिए पुकारने लगे।
इतने में घुड़सवार वहाँ से गुज़रा। उन दोनों की पुकार सुन कर उसने उनकी सहायता करने की बात सोची। वह अपने घोड़े की पीठ पर खड़ा हो गया और दोनों हाथों से ऊँट वाले के पैर पकड़ लिए। घोड़े को हरी-हरी घास दिखाई दी और वह भी आगे बढ़ गया। अब तीनों नारियल के पेड़ से झूलने लगे।
भीखू भाई और ऊँट वाले की पुकार को सुनकर, एक और व्यक्ति अपने घोड़े के साथ उनकी सहायता करने के लिए आगे आया। उसने ऊँट के पैरों को पकड़ा और अपने घोड़े की पीठ पर स्थिति बनाई। फिर वे तीनों नारियल के पेड़ से झूलने लगे। घोड़े वाले ने भीखू भाई से कहा कि वह नारियल को तब तक नहीं छोड़ें जब तक कोई और सहायता नहीं करता। इसके बाद, ऊँट वाले ने उन्हें दो सौ रुपए देने का वादा किया।
भीखू भाई को दो सौ रुपए मिलने की खुशी में सिर चकरा गया और उन्होंने अपनी बाहों को फैला दिया। पर नारियल उनके हाथ से छूट गया और वे तीनों ज़मीन पर गिर गए। इसके बाद, एक बड़ा नारियल उनके सिर पर गिरा और उन्हें पता चला कि यह सब “बिल्कुल मुफ्त” था।
Muft Hi Muft Class 4 Question Answers
अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर
तुम्हारी समझ
(क) हर बार भीखू भाई कम दाम देना चाहते थे। क्यों?
उत्तर – भीखू भाई कंजूस थे। वे पैसा बचाना चाहते इसलिए वे हर बार कम दाम देना चाहते थे।
ख) हर जगह नारियल के दाम में फर्क क्यों था?
उत्तर – नारियल के पेड़ से टूटने से लेकर बाज़ार में जाने तक जो खर्च होता है और उसे बेचने वालों का लाभ उसमें जुड़ता जाता है इसलिए दाम में फर्क होता जाता है।
(ग) क्या भीखू भाई को नारियल सच में मुफ्त में ही मिला? क्यों?
उत्तर – भीखू भाई को नारियल मुफ्त में नहीं मिला। उन्होंने समय गंवाया, थकान झेली, कष्ट झेला और चोटें खाई।
(घ) वे खेत में बूढ़े बरगद के नीचे बैठ गए। तुम्हारे विचार से कहानी में बरगद को बूढ़ा क्यों कहा गया होगा?
उत्तर – बरगद का पेड़ पुराना होगा जिसकी शाखाओं से हवाई जड़ें वृक्ष की जटाओं की तरह लटक रही होंगी। पेड़ का आकार और फैलावट बहुत अधिक होगी
भीखू भाई ऐसे थे
कहानी को पढ़कर तुम भीखू भाई के बारे में काफ़ी कुछ जान गए होंगे। भीखू भाई के बारे में कुछ बातें बताओ।
(क) उन्हें खाने-पीने का शौक था।
(ख) …………………….
(ग) …………………….
(घ) …………………….
(ङ) …………………….
उत्तर – (ख) वे कंजूस थे ।
(ग) वे शीघ्र थकान महसूस नहीं करते थे ।
(घ) वे दुकानदारों से मोल-भाव करने में निपुण थे।
(ङ) वे कामचोर नहीं थे।
क्या बढ़ा, क्या घटा कहानी जैसे-जैसे आगे बढ़ती है, कुछ चीजें बढ़ती हैं और कुछ घटती हैं। बताओ इनका क्या हुआ, ये घटे या बढ़े?
नारियल का दाम …………………
भीखू भाई का लालच …………………
रास्ते की लंबाई …………………
भीखू भाई की थकान …………………
उत्तर – नारियल का दाम — घटते गए।
भीखू भाई का लालच — बढ़ता गया।
रास्ते की लंबाई — बढ़ती गई।
भीखू भाई की थकान — बढ़ती गई।
कहो कहानी
यदि इस कहानी में भीखू भाई को नारियल नहीं बल्कि आम खाने की इच्छा होती तो कहानी आगे कैसे बढ़ती ? बताओ।
उत्तर – भीखू भाई रेहड़ी वाले से मंडी जाते और मंडी से आम के बगीचे में जाते । तब उनके सिर पर नारियल नहीं बल्कि पका हुआ आम गिरता । वे आम नहीं अपितु आम की टहनी पकड़ कर लटकते।
बात की बात
कहानी में नारियल वाले और भीखू भाई की बातचीत फिर से पढ़ो। अब इसे अपने घर की बोली में लिखो।
……………………………..
उत्तर – नारियल वाले ने कहा, “दो रुपये लगेंगे एक नारियल के”
भीखू भाई, “एक रुपया में दोगे क्या ?”
नारियल वाला – ” दो रुपये, एक ही दाम। यही दाम लगेगा। लेना है तो लो नहीं तो आगे बढ़ो।”
भीखू भाई – “एक रुपये में कहाँ मिलेगा ?”
नारियल वाला- एक रुपये में तो मंडी में ही मिल सकता है।
भीखू भाई- ठीक है। देख लेता हूँ।
शब्दों की बात
नाना – नानी पतीली – पतीला
ऊपर दिए गए उदाहरणों की मदद से नीचे दी गई जगह में सही शब्द लिखो।
काका……….. दर्जी………..
मालिन……….. टोकरी………..
मटका……….. गद्दा………..
उत्तर – काका – काकी दर्जी – दर्जिन
मालिन – माली टोकरी – टोकरा
मटका – मटकी गद्दा – गद्दी।
मंडी
‘मंडी में कोलाहल फैला हुआ था। व्यापारियों की ऊँची-ऊँची आवाज़ें गूँज रही थीं । “
(क) मंडी में क्या-क्या बिक रहा होगा?
उत्तर – मंडी में तरह-तरह की सब्ज़ियाँ बिक रही थीं-बटाटा, आलू, कांदा, प्याज, बंदगोभी, नारियल ।
(ख) मंडी में तरह-तरह की आवाजें सुनाई देती हैं?
जैसे- ताज़ा टमाटर बीस रुपया बीस रुपया ! बीस रुपया !
मंडी में और कैसी आवाजें सुनाई देती हैं?
उत्तर – बैंगन, ताज़े बैंगन, दस रुपया ! दस रुपया मूली, कच्ची मूली, दो रुपया किलो, दो रुपया किलो । आलू, पहाड़ी आलू, पाँच रुपया … पाँच रुपया । खरबूज़े ताजे खरबूजे मिसरी जैसे मधु खरबूजे ।
तरबूज लाल-लाल तरबूज राजस्थानी तरबूज ककड़ी नर्म मुलायम ककड़ी चार रुपए चार रुपए।
(ग) क्या तुम अपने आसपास की ऐसी जगह सोच सकते हो, जहाँ बहुत शोर होता है। उस जगह के बारे लिखो ।
उत्तर – मेरे घर के पास भीड़भाड़ वाला बस स्टैंड एक ऐसी जगह है जहां बहुत शोर होता है। बस स्टैंड छोटा है और लोगों की भीड़ है। फ़ायरवॉल के इंजनों का शोर और उनके तेज़ हार्न बल्ब को बहरा कर देते हैं। लोग अपना गला काट कर दिखाते हैं. बस अड्डे पर रेहड़ी-पटरी वाले और ढाबा वाले इतना शोर मचाते हैं कि उन पर गुस्सा तो आता है, लेकिन चाहकर भी उनके बारे में कुछ नहीं किया जा सकता।
गुजरात की झलक
(क) ‘मुफ़्त ही मुफ़्त ‘ गुजरात की लोककथा है। इस लोककथा के चित्रों में ऐसी कौन-सी बातें । हैं जिनसे तुम यह अंदाज़ा लगा सकते हो?
उत्तर – लोककथा ‘मुफ़्त ही मुफ्त’ के साथ छः रेखांकित चित्र दिए गए हैं। इनमें लोगों की वेशभूषा से स्पष्ट प्रतीत हो जाता है कि यह कथा गुजरात राज्य से संबंधित है। वैसे भी नारियल के बगीचे समुद्र तटों पर ही होते हैं। वे पर्वतीय क्षेत्रों में तो हो ही नहीं सकते। ऊँट भी अधिक संख्या में राजस्थान, गुजरात आदि राज्यों में पाए जाते हैं ।
(ख) गुजरात में किसी का आदर करने के लिए नाम के साथ भाई, बेन (बहन) जैसे शब्दों का प्रयोग होता है। तेलुगु में नाम के आगे ‘गारू ‘ और हिंदी में ‘जी‘ जोड़ा जाता है। तुम्हारी कक्षा में भी अलग-अलग भाषा बोलने वाले बच्चे होंगे! पता करो और लिखो कि वे अपनी भाषा में किसी को आदर देने के लिए किन-किन शब्दों का इस्तेमाल करते हैं ।
उत्तर – हिंदी, पंजाबी, पहाड़ी भाषाओं में सम्मान के लिए शब्द के पीछे ‘जी’ जोड़ा जाता है।
Muft Hi Muft JKBOSE Class 4 Question Answers के बारे में बस इतना ही। आशा है कि आपको यह उपयोगी लगा होगा। आप इस पोस्ट के बारे में अपने विचार नीचे टिप्पणी अनुभाग (comment section) में साझा करें।
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